गालूडीह। भगवान बिरसा मुंडा जयंती एवं झारखंड स्थापना दिवस पर बुधवार को मुरली ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशन जमशेदपुर में 'जनजातीय गौरव दिवस' मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ नूतन ने कहा कि शिक्षा एक मात्र ऐसा शस्त्र है जिससे सम्पूर्ण समाज को परिवर्तित किया जा सकता है। मूलवासी समुदाय के संपूर्ण एवं बहुमुखी विकास के लिए भी शिक्षा एक महत्वपूर्ण साधन एवं संसाधन की तरह है।
निदेशक डॉक्टर नूतन ने भगवान बिरसा मुंडा के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जनजाति समुदाय जंगल की सुरक्षा के साथ जन की सुरक्षा के लिए भी सदा तैयार रहते हैं। मुरली ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशन जमशेदपुर जन समाज के बीच हमेशा से सहायक बना रहेगा। मुरली ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के तहत मुरली पब्लिक स्कूल एवं चिकित्सा क्षेत्र के रूप में शिक्षा के लिए मुरली पारामेडिकल एवं रिसर्च कॉलेज के माध्यम से दी जा रही है। उस में एससी, एसटी ,ओबीसी के प्रत्येक समाज के विद्यार्थियों के बीच हमेशा के लिए संस्थान लोगों के लिए मददगार बना रहेगा. वहीं, डॉ शालिनी ने झारखंड की सामाजिक संरचना पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि झारखंड की सामाजिक समरसता अपने आप में एक उदाहरण है।
यहां सभी संस्कृति और धर्मों के लोग शांति और सद्भावना के परिवेश में एक साथ रहते हैं। झारखंड को कभी पिछड़ा और गरीब राज्य समझा जाता था, जबकि हकीकत कुछ और ही है। इससे समृद्ध राज्य पूरे देश में नहीं है लोग जागरुक हो रहे हैं। जिसके कारण अब स्थिति बदल रही है। आज ही के दिन 23 वर्ष को झारखंड राज्य का निर्माण हुआ विकास के लगभग प्रत्येक क्षेत्र में झारखंड अब प्रगति कर रहा है। एक शिक्षक के रूप में इसके विकास के लिए जो योजना हम सभी के सामने है। सभी शिक्षक मिलकर उसका क्रियान्वयन करेंगे। इस अवसर पर मुख्य सहायक श्रीमती मिताली ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती नमिता बेरा ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन मालती साहू ने किया। मौके पर निर्देशक डॉ नूतन, डॉ शालिनी, प्रदीप राय, सुमन कुमार, संजय सिंह, शशिकला देवी एवं अन्य उपस्थित थे।
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