गुवा। जय गंगा लाइफ कोचिंग अकादमी, ब्रह्मपुर (ओडिशा) द्वारा बॉडी, माइंड और हार्ट वर्कशॉप का शुभारम्भ एचआरडीसी सेंटर किरीबुरु में किया गया। इस कार्यशाला का उद्घाटन सेल, किरीबुरु के सीजीएम कमलेश राय एवं जयगंगा लाइफ कोचिंग अकादमी के संस्थापक और अध्यक्ष किरणजी ने दीप प्रज्वलित कर किया। यह कार्यशाला 8 एवं 9 नवम्बर तक आयोजित होगी। मुख्य अतिथि सीजीएम कमलेश राय ने कार्यशाला की परिवर्तनकारी क्षमता पर जोर देते हुये कहा कि बॉडी, माइंड एंड हार्ट कार्यशाला न केवल विभिन्न शारीरिक, स्वास्थ्य मुद्दों के लिए दिव्य कृपा से संपन्न है, बल्कि धन सृजन, रिश्तों, व्यक्तिगत सफलता और समाज में योगदान से संबंधित चुनौतियों से निपटने में भी सक्षम है।
श्री राय ने कहा कि यह कार्यशाला खनन क्षेत्र में कर्मचारियों के प्रदर्शन और कल्याण को और आगे बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि प्रतिष्ठित जीवन प्रशिक्षक और आध्यात्मिक गुरु किरणजी, जिनके पास कॉर्पोरेट, मशहूर हस्तियों और विशेषाधिकार प्राप्त लोगों सहित विविध पृष्ठभूमि के व्यक्तियों को प्रशिक्षित करने का तीन दशकों से अधिक का अनुभव है। इस आध्यात्मिक यात्रा में वह प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि कार्यशाला आध्यात्मिक और गैर-धार्मिक विकास के माध्यम से समग्र शिक्षा, स्वास्थ्य, रिश्तों, धन सृजन और जीवन के सभी पहलुओं में सफलता का वादा करती है।
यह प्रतिभागियों को किसी ज्वलंत समस्या का समाधान करने या किसी इच्छा को पूरा करने के लिए अपने व्यक्तिगत ईश्वर से आशीर्वाद लेने का अवसर भी प्रदान करता है। किरण ने बताया कि जीवन के अनुभव अक्सर हमारे विचारों, विश्वासों और धारणाओं को आकार देते हैं, जो जीवन में हमारी सफलता को प्रभावित करते हैं। बाहरी सफलता प्राप्त करने के लिए, अपने व्यक्तिगत देवता की दिव्य सहायता से नकारात्मक सोच और मानसिक अवरोधों पर काम करना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि आत्मनिरीक्षण करने और अपने व्यक्तिगत ईश्वर का आशीर्वाद लेने से चमत्कार हो सकते हैं, और बाधाओं को दूर किया जा सकता है। इस कार्यशाला का उद्देश्य सही निर्णय लेने और सुखी जीवन जीने के लिए स्वस्थ शरीर का होना आवश्यक है। शरीर में अन्य सूक्ष्म शरीरों के अलावा भौतिक शरीर, मानसिक शरीर और ऊर्जा शरीर भी शामिल हैं। स्वास्थ्य केवल बीमारी का अभाव नहीं है। उचित स्वास्थ्य आंतरिक और बाह्य दोनों तरह के कई कारकों का परिणाम है। बॉडी, माइंड एंड हार्ट वर्कशॉप इन सभी पहलुओं को लक्षित करती है, जिसके परिणामस्वरूप शरीर, दिमाग और इंद्रियों की सर्वांगीण, सर्वोत्तम स्थिति में बहाली होती है।
जब एक स्वस्थ शरीर होता है, तो यह एक पूर्ण स्थिति के साथ एक जीवंत और गतिशील भावना में परिणत होता है। जिसमें कुशल और प्रभावी निर्णय लेने, उत्कृष्ट प्रदर्शन और बढ़ी हुई उत्पादकता होती है, जो सुपर मुनाफे में परिणत होती है। इस कार्यशाला में सेल की झारखण्ड खान समूह की विभिन्न खदानों से महाप्रबंधक सुकरा हो, महाप्रबंधक योगेश प्रसाद राम, महाप्रबंधक सुरेश लाकड़ा, महाप्रबंधक विकास दयाल, उप महाप्रबंधक डी डी देवांगन, सहायक महाप्रबंधक रथिन विश्वास, सी के बिस्वाल आदि दर्जनों शामिल थे।
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