गुवा। भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) सेल प्रबंधन से आर-पार की लड़ाई की तैयारी में लगी है। भारतीय मजदूर संघ के इस्पात महासंघ ने इस्पात और खदान कर्मचारियों के बीच एक दिसंबर से हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। यह अभियान सेल कर्मचारियों के प्रति प्रबंधन के तानाशाही रवैया के विरुद्ध 15 दिसंबर तक चलाया जाएगा। बीएमएस से सम्बद्ध खदान मजदूर संघ, किरीबुरू एवं मेघाहातूबुरू श्रमिक संघ, मेघाहातूबुरू ने भी एक दिसंबर से हस्ताक्षर अभियान शुरू कर दिया है।
खदान मजदूर संघ, किरीबुरू के महासचिव प्रकाश महंती, मेघाहातुबुरू श्रमिक संघ के अध्यक्ष शिव शंकर सिंह एवं महासचिव जगन्नाथ चातर ने कहा कि हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत हो चुकी है। इससे प्रबंधन एवं सरकार को यह पता चलेगा कि कर्मचारी प्रबंधन की तुगलकी फरमान एवं तानाशाही रवैया से आहत हैं। सर्वसम्मति की परंपरा को तोड़कर आधा अधूरा वेतन समझौता से मजदूरों को काफी नुकसान हो रहा है।
बोनस का एकतरफा निर्णय किया गया है। ठेका श्रमिकों के लिए समान काम, समान वेतन, ग्रेच्युटी सीलिंग को रद्द करने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि अगर इन मांगों को नहीं माना गया तो संघ चरणबद्ध आंदोलन को बाध्य होगा। यह हस्ताक्षर अभियान माइंस के साथ-साथ सेल की सभी इस्पात कारखानों में भी चलाया जा रहा है। इससे सरकार एवं इस्पात मंत्रालय को प्रबंधन की मजदूर विरोधी नीतियों से अवगत कराया जाएगा।
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