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जिला प्रशासन द्वारा प्रखंड स्तर पर बाल संरक्षण में "सुरक्षित बचपन, खुशहाल जीवन" की शुरुआत, District Administration launches “Safe Childhood, Happy Life” in child protection at block level.


चक्रधरपुर। जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त के निदेश में बाल संरक्षण कार्यालय समाज कल्याण विभाग  जिलास्तरीय बाल संरक्षण सेमिनार "सुरक्षित बचपन, खुशहाल जीवन" पर प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण पर मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण, (टीओटी)का शुभारंभ सोनुवा प्रखंड में गिरिवर मिंज प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में की गई। सेमिनार प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य प्रखंड स्तर में बाल विवाह को रोकना, बाल तस्करी पर लगाम, बाल-श्रम रोकना, बाल यौन अपराध पॉक्सो, बाल नशा मुक्त बनाना है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रोटेक्शन पदाधिकारी डॉ कृष्णा कुमार तिवारी ने कहा कि राज्य सरकार के मार्गदर्शन जिला महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा सुरक्षित बचपन खुशहाल जीवन कैंपेन चलाया जा रहा है। 


जिसका उद्देश्य है बाल तस्करी, बाल विवाह, बाल शोषण जो कि हमारे सभ्य समाज के लिए एक बदनुमा दाग जैसा हैं को जड़ से पूरी तरह समाप्त किया सके। आगे उन्होंने कहा कि जब हम अपने बच्चें/बच्चियां को एक स्वस्थ एवं सुरक्षित जीवन-यापन के साथ-साथ बेहतर शिक्षा देंगे, तभी हम हमारे समाज मे फैले इन कुरीतियों को जड़ से समाप्त करते हुए एक बेहतर समाज के साथ-साथ बेहतर राज्य व देश का निर्माण कर पाएंगे।

 बाल विवाह हमारे सभ्य समाज के लिए एक बदनुमा दाग है : बीडीओ : प्रखंड विकास पदाधिकारी गिरिवर मिंज द्वारा बाल संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम के दौरान कहा कि माता पिता द्वारा बच्चों की कम उम्र में शादी करके यह न सोचें की उनके दायित्व पूर्ण हो गया। यह एक जघन्य अपराध है। जिसके तहत हम अपने बच्चों की शादी उस वक्त करा देते है, जब वे खुद अपरिपक्व होते हैं, उनका स्वयं का मानसिक, शारीरिक विकास ठीक से नहीं हो पाता है, यह बेहद गंभीर बात है। 

इस तरह हमारे समाज मे अपंगता, कुपोषण, बच्चों में मृत्यु दर बढ़ना आम बात हो जाएगी। इसलिए बच्चे जब इस बोझ को संभालने के लिए परिपक्व हो जाए तभी उनका ब्याह करें। इस दरम्यान उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों, समाज के बुद्धिजीवी वर्ग, मीडिया बंधु सभी का यह दायित्व है कि समाज को इस कुचक्र से बाहर निकालने में अपनी सक्रिय भूमिका को निभाएं। यह सिर्फ कानून के भय से समाप्त नहीं होगा। आगे पारा लीगल वॉलंटियर्स सोनुवा के राजशेखर ने सोनुवा प्रखंड में आये प्रतिभागियों से अपील करते हुए कहा कि इसे रोकने में आपकी भूमिका और भी अहम हो जाती है, आप लोग अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें, ताकि इसका जड़ से उन्मूलन हो सके। 

बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी को दें सूचना, होगी कार्रवाई : कालेश्वर सिंह एस्पायर संस्था के कोर्डिनेटर द्वारा अपील करते हुए कहा कि अगर अपने आस-पास बाल विवाह हो रहा है तो आप अपने क्षेत्र के बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी (उपायुक्त, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, अनुमंडल अधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिकायें, पंचायत सचिव,) या स्थानीय कानून प्रवर्तन अधिकारीयों या बाल संरक्षण एजेंसियों, 112 या चाइल्ड लाईन 1098 पर रिपोर्ट कर सकते है। उपरोक्त स्तर से उचित कार्यवाई की जाएगी।

मौके पर चक्रधरपुर एवं गोइलकेरा के पारा लीगल वॉलनटिअर्स स्वेता रवानी एवं एंजेला कंडुलना ने कहा कि इक्कीसवीं सदी में हम सभी जी रहे हैं और समाज में इस तरह की कुप्रथा पर आज भी चर्चा करना यह दुखद है, हमलोग सरकार एवं समुदाय दोनो से जुड़े हैं, ऐसे में हमारा दायित्व बेहद अहम है। इस कुप्रथा का घातक प्रभाव हमारे बच्चों पर पड़ रहा है। जिसे समाप्त करने हेतु हम सभी को महाआंदोलन की तरह इसे लेना होगा एवं इसके उन्मूलन के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे।

कार्यक्रम के दौरान प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी,प्रशिक्षित शिक्षक सरोज कुमार महतो, आउटरीच कार्यकर्ता जगरनाथ पोद्दार, सहिया,सेविका, मानकी-मुंडा,शिक्षा विभाग के शिक्षक, एस्पायर संस्था के कर्मी एवं प्रखंड कार्यालय के कर्मी आदि उपस्थित थे।

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