भगेरिया फाउंडेशन ने मकर संक्रांति उत्सव पर हरिजन बस्ती मैदान में किया खेलकूद प्रतियोगिता का किया आयोजन
चक्रधरपुर। भगेरिया फाउंडेशन के तत्वावधान में मकर संक्रांति उत्सव के अवसर पर शनिवार को चक्रधरपुर रेल नगरी चक्रधरपुर के हरिजन बस्ती मैदान में एक दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के पूर्व सचिव सह भाजपा के वरिष्ठ भाजपा नेता जेबी तुबिद एवं विशिष्ट अतिथि में बडकुंवर गागराई, पूर्व विधायक शशि भूषण सामाड, भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश सदस्य मालती गिलुवा, समाजसेवी डॉ मनोज कोड़ा ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया।
इसके बाद बच्चों के बीच विभिन्न स्पर्धाओं का आयोजन हुआ। जिसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चों को आमंत्रित अतिथियों के हाथों पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि जेबी तुबिद ने कहा कि स्पोर्ट्स और खेल वो गतिविधियां हैं, जो शारीरिक रुप से व्यस्त और अंजाने में फिट रखती हैं। उन्होंने कहा कि शारीरिक गतिविधियों में शामिल नहीं होते तो हमारा शरीर भी कुछ समय बाद बेकार हो सकता है, जो अस्वस्थ्य और दर्द भरे जीवन का एक बड़ा कारण बनता है। हमारा शरीर भी कार के इंजन की तरह है, दोनों ही नियमित उपयोग स्वस्थ्य आहार से ही फिट रह सकते हैं।
उन्होंने आयोजित कार्यक्रम का सराहनीय किए। कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से मनोरंजन ही नहीं बच्चों में छीपी प्रतिभा का उजागर होता है। वहीं उपस्थित अन्य अतिथियों ने भी संबोधित कर बच्चों का मनोबल बढ़ाया। स्पर्धाओं में बैलुन फोड़, मटका फोड़, रस्सा टान, म्यूजिक चीयर, दौड़, बास्केट बॉल, गोल किपिंग, कैच पकड़ा, ड्रम शॉट आउट आदि का योगदान हुआ। इसमें सफलता प्राप्त बच्चों को पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वहीं नृत्य का आयोजन हुआ। जिसमें आयोजक समिति समेत उपस्थित बच्चे और अतिथि भी थिरके।
अंत में ठंड को देखते हुए बच्चों में स्वेटर का वितरण किया गया। जबकि दोपहर भी अतिथि और प्रतिभागी भोजन का आनंद उठाएं। इस मौके पर अतिथि में समाजसेवी डॉ विजय सिंह गागराई, ललित मोहन गिलुवा, पवन शंकर पांडेय, प्रो शिवपूजन सिंह, प्रो श्रीकांत मजुमदार, रितु मुखी, नागेश्वर प्रधान, अनवर खान, उमाशंकर गिरि, विनोद भगेरिया, मनोज भगेरिया, प्रमोद भगेरिया, शिखा भगेरिया, राजेन्द्र प्रसाद, सतिश भगेरिया, रौशन मुखी, राजेश्वरी मुखी, राज कुमार मुखी, संतोषी मुखी, धनकिष्टो मुखी, माधव मुखी आदि मौजूद थे।
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