पड़ाडीहा गांव में माताजी आश्रम का 11 वा अपुर पाठशाला खोला गया
हाता। 21 जनवरी को सुबह 11 बजे पोटका के पड़ाडीहा गांव में माताजी आश्रम हाता की ओर से 11 वां अपुर पाठशाला खोला गया। जिसमें प्रति रविवार को सुबह 9 बजे बंगला भाषा सिखाई जायेगी। सुधांशु मिश्रा ने मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर के स्कूल का शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा,,,मातृभाषा का कोई विकल्प नहीं है इसलिए सभी को अपनी मातृभाषा सीखना चाहिए। बंगला भाषा बहुत सरल और मधुर है। मैं उड़िया भाषी होते हुए भी बंगला भाषा में शिक्षा ग्रहण की है।
इसलिए बंगला भाषी को अपनी मातृभाषा बंगला सीखना चाहिए। सुनील कुमार दे ने मां सरस्वती की संगीत प्रस्तुत की। उन्होंने कहाँ,, किसी भाषा के प्रति हमारा विरोध नहीं है, लेकिन अपनी मातृभाषा बंगला के प्रति प्रेम और सम्मान भी है इसलिए इस भाषा को बचाने के लिए और प्रचार प्रसार के लिए हम प्रयास रत है। इसलिए हम माताजी आश्रम के माध्यम से गांव गांव में बंगला भाषा शिखाने के लिए अपुर पाठशाला खोल रहे हैं और लोगों को प्रेरित कर रहे हैं।
यह हमारा 11 वां अपुर पाठशाला है। इस अवसर पर राजकुमार साहू, मृणाल पाल, बलराम गोप भी बंगला भाषा को बचाने के लिए सभी को अनुरोध और आह्वान किया। इस अवसर पर 30 बच्चे को माताजी आश्रम की ओर से वर्ण परिचय और खाता कलम दिया गया। सुनील कुमार दे ने पहला बंगला क्लास लिया। इसके बाद प्रति रविवार को बेदाना गोप ने बच्चे को बंगला क्लास लेगी। यह शिक्षा निःशुल्क होगी। अंत में बेदाना गोप ने सभी को धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर माताजी आश्रम की ओर से सुनील कुमार दे, सुधांशु मिश्र, राजकुमार साहू, मृणाल पाल, बलराम गोप के अलावे पराडीहा गांव के सुषेण सरदार, टाटा गोप, असित गोप, भवेश गोप, रॉबिन गोप, सुकुमार गोप के अलावे गांव के महिलाएं उपस्थित थे। स्कूल खुलने के बाद ग्रामीणों के साथ एक बैठक की गई। जिसमें 28 जनवरी को जमशेदपुर के गोपाल मैदान में होनेवाला बंग उत्सव में भाग लेने के लिए निमंत्रण दिया गया।
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