गुवा। गांव की विकास के लिए केन्द्र सरकार और राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं की घोषणा तथा फंड रिलीज करते हैं, योजना न गाँव पहुँचती है और न ही सारंडा के लोगों को मिलता है। सारा खर्च सरकारी फाईल,सरकारी बाबु और विद्यायक-सांसदों-मंत्रियों और माफियाओं के जेब में चला जाता है। ऐसी शिकायतें आदिवासी हो समाज युवा महासभा,नेशनल आदिवासी रिवाईवल एसोशिएसन और सिंगी एण्ड सिंगी सोसाईटी की ओर से प्रखंड स्तर पर चलाये जा रहे जागरूकता कार्यक्रम के दौरान सारंडा के ग्रामीणों ने दी।
टीम ने मनोहरपुर प्रखंड के बारंगा,रायडीह,दिहिपा,रायकेरा,कोल पोटका,मनोहरपुर पूर्वी और दीघा पंचायत अंतर्गत विभिन्न जगहों पर नुक्कड़ सभा किया। ग्रामीणों को भाषा-संस्कृति,प्रकृति की सुरक्षा तथा आदिवासियों की पहचान को बचाय रखने के महत्व के बारे में जानकारी दिया गया। आदिवासी हो समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय महासचिव गब्बरसिंह हेम्ब्रम ने ग्राम सभा,कल्याणकारी योजनाएँ एवं रोजगार,शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे लाभ के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं के नाम पर लूट तथा विकास के लिए राशि का गबन के मामले में ग्रामीणों को चुपचाप रहना भी अपराध है।
गब्बरसिंह ने ग्रामीणों को बताया है कि मुखिया,पंसस,जिला परिषद, विधायक,सांसद और मानकी-मुण्डा को चुनने वाले भी आप ही लोग हैं। अब आपको उनसे विकास कराने के जगह पर फूटबॉल मैच,मुर्गा-पाड़ा,बुगी-बुगी डांस इत्यादि कार्यक्रम में अतिथि बनाने में दिवाने हो गए हैं। उनलोगों से हड़ियाँ-दारू का पैसा माँगने लगे हैं तो गाँव में क्या विकास होगा ? लोगों को यह जानकारी दिया गया है कि अब समाज के लोगों को राजनीतिक रूप से भी जागरूक होना होगा। विकास योजनाओं की पूरी सरकारी प्रक्रियाओं को पालन करते हुए अपने समाज का रेगुलर आवाज बनें। इससे ग्रामसभा सशक्त नेता और सरकार आपका काम करने के लिए बाध्य होंगे।
अभियान को सफल बनाने में असम हो समाज के प्रतिनिधि माधव चातोम्बा,राम चातोम्बा,आदिवासी हो समाज युवा महासभा के सदस्य सुनील चाम्पिया,चंद्रमोहन चातोम्बा,मुण्डा लालसिंह हेम्ब्रम,मुखिया अशोक बाहन्दा,प्रकाश होनहागा,सेविका फ्लोरा हेम्ब्रम,जॉन गुड़िया,पादुम चेरोवा,नाथु बाहन्दा,महादेव बाहन्दा,बंका बाहन्दा,श्याम गुड़िया,गोमा गुड़िया,बिनोद कंडुलना,सिफरन टोपनो एवं नारा सास के प्रतिनिधि आदि लोगों का योगदान रहा।
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