गुवा। स्क्रैप माफियाओं ने चोरों के सहयोग से चोरी की सारी हदें पार करते हुये एक बार पुनः सारंडा घाटी में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु किरीबुरु-बडा़जामदा मुख्य सड़क के किनारे लगाये गये स्टील के गार्ड वालों की चोरी की तैयारी प्रारम्भ कर दी है। यात्रियों व वाहन चालकों के लिये हमेशा जीवन रक्षक की तरह तटस्थ भूमिका निभाने वाला इस गार्डवाल को चोरी होने से कैसे बचाया जाये यह किरीबुरु के नये एसडीपीओ अजय केरकेट्टा के नेतृत्व में विभिन्न थाना की पुलिस के लिये बडी़ चुनौती बनी हुई है।
उल्लेखनीय है कि किरीबुरु-बडा़जामदा मुख्य मार्ग पर सारंडा घाटी में गहरे खाई व तीखा मोड़ वाले स्थानों पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए स्टील (लोहा) के गार्डवाल लगाये गये हैं। वायरलेश मैदान से लेकर सैडल गेट के बीच सारंडा घाटी में विभिन्न जगहों पर लगे स्टील के गार्डवाल के नट को खोलकर तथा गड्ढा खोद कर उसके स्टील के पिलर को निकाल लिया जा रहा हैं। इससे पहले सड़क किनारे लोहे का एंगल में लगा बोर्ड को पूरे सड़क से एक-एक कर चोरी कर लिया गया। अब कुछ एक स्थानों में ही ऐसे बोर्ड बचे है। गार्डवाल खोले जाने का ताजा मामला वायरलेश मैदान के पास का है। हालांकि यहां से अभी खोले गये गार्डवाल की चोरी नहीं की गई है, बल्कि कुछ गार्डवाल खोलकर रखा हुआ है।
इसी स्थान पर सड़क दुर्घटना में मेघाहातुबुरु का एक स्कार्पीओ वाहन गार्डवाल से टकराकर गहरे खाई में जाने से बचा था। लौहांचल के गुवा, बड़ाजामदा, बड़बिल एवं नोवामुंडी क्षेत्र में मुठ्ठी भर स्क्रैप माफिया एवं उनके नेतृत्व में स्क्रैप की चोरी करने वाले चोर सक्रिय हैं। इनके कई अवैध स्क्रैप यार्ड भी विभिन्न क्षेत्रों में संचालित है। लेकिन इनके खिलाफ पुलिस की कार्यवाही नहीं होने से बड़ा सवाल उठने लगा है। इन स्क्रैप चोरों से सेल की किरीबुरू, मेघाहातुबुरु, गुवा, चिड़िया जैसे खदान प्रबंधन के अलावे आम लोग भी परेशान है। चोरों का मनोबल इसलिए भी बढ़ रहा है कि इनके खिलाफ पुलिस स्वतः कोई कार्यवाही नहीं करती और न ही ऐसी चोरी की कोई शिकायत थाने में दर्ज कराता है।
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