चक्रधरपुर। पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभागार में जिला के उपायुक्त कुलदीप चौधरी के अध्यक्षता में जिला समाज कल्याण कार्यालय के तत्वाधान पर "उभयलिंगी होना कलंक नहीं" विषयक एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्वेता भारती के द्वारा उपायुक्त को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत पश्चात उपस्थित मुखिया गण एवं ट्रांसजेंडर प्रतिनिधियों के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया गया।
कार्यशाला में बताया गया कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के मार्गदर्शन पर ट्रांसजेंडरों के समक्ष आ रही भय, शर्म, लैंगिक विकृति, सामाजिक दबाव, अवसाद, आत्महत्या की प्रवृत्ति, सामाजिक कलंक आदि जैसी समस्याओं का गंभीरता से समाधान किया जाना है। इस अवसर पर उपायुक्त के द्वारा ट्रांसजेंडरों का सुरक्षित जीवन यापन के संदर्भ में व्यापक प्रचार-प्रसार के साथ-साथ परामर्श केंद्र के माध्यम से सलाह आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने को प्राथमिकता दिया गया।
साथ ही साथ उन्होंने कहा कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति को इनके प्रति छुआछूत जैसी भावना ना रखते हुए, इन सभी को समाज का एक अभिन्न हिस्सा समझना चाहिए। इस अवसर पर उपायुक्त एवं जिला समाज कल्याण पदाधिकारी व मुखिया गण के द्वारा कार्यशाला में प्रतिभागी के तौर पर उपस्थित ट्रांसजेंडर जनों को अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित एवं सुरक्षित जीवन यापन के लिए प्रोत्साहित किया ।
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