चक्रधरपुर। पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय,माउंट आबू (राजस्थान) की ब्रह्माकुमारिज पाठशाला चक्रधरपुर की ओर से स्थानीय हाथिया पंचायत के रामडा ग्राम में "इस धरा पर परमात्मा शिव का दिव्य अवतरण" कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ ब्रह्माकुमारिज पाठशाला,चक्रधरपुर की संचालिका बीके मानिनि बहन ने शिव ध्वज फहरा कर किया।
अपने संबोधन में ब्रह्माकुमारिज पाठशाला, चक्रधरपुर की संचालिका बीके (डॉक्टर) मानिनि बहन ने शिव कौन,शिव के लिए लिंग या ज्योतिर्लिंग का प्रयोग क्यों,शिव के साथ रात्रि का संबंध,कृष्ण के साथ अष्टमी और राम के साथ नवमी पर शिव के साथ कोई तिथि क्यों नही,शिव के साथ शालिग्राम,शिव पर अक का फूल और धतूरा क्यों,शिव मूर्ति रहित, परंतु उनका वाहन नंदी साथ रहते क्यों जैसे रहस्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिव कल्याणकारी और गुणों का भंडार है। उन्होंने कहा कि शिवरात्रि परमात्मा शिव के इस धरा पर अवतरण की यादगार है, जबकि धतूरा विकार और बैर नफरत व घृणा का प्रतिक है।
अर्थात अपना बुराइयों को जब शिव अर्पण करेंगे तब हम स्वर्ग जाने का लायक बनेंगे। इसके पूर्व बीके ओडेया के अलावा सुशीला,वीणा,संगीता के साथ ब्रह्माकुमारिज पाठशाला,चक्रधरपुर की संचालिका बीके (डॉक्टर) मानिनि बहन चक्रधरपुर प्रखंड अंतर्गत हाथिया पंचायत के रामडा ग्राम पहुंचने पर उनका स्वागत किया गया। मौके पर केक काटा गया और शिव संकल्प लिया गया। उसके उपरांत सभी के बीच भोग का वितरण किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए यशोदा,सुखमती,सरोजिनी,अनिता, धामा, सतिंद्र के अलावा डॉक्टर अंबेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के राजा प्रसाद ने मुख्य भूमिका निभाए।
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