Palamu. झारखंड में बढ़ती गर्मी और लू के कारण पिछले एक सप्ताह में डेढ़ दर्जन लोगों की मौत हो चुकी हैं, पशु-पक्षी भी बेहाल हैं। रविवार को पलामू जिले के पांकी मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर सोरठ जंगल के पास एक कुएं में डूबकर 40 बंदरों की मौत हो गई।
ग्रामीणों को चरवाहों के माध्यम से बंदरों के मरने की सूचना मिली। अनुमान लगाया जा रहा है कि बंदर प्यास बुझाने के उद्देश्य से कुएं में कूदे और बाहर नहीं निकल सके। कुएं से कुछ ही दूरी पर एक डैम भी है, लेकिन गर्मी की वजह से यह पूरी तरह सूख गया है। पलामू, गढ़वा, लातेहार समेत कई जिलों में गर्मी के कारण चमगादड़ व कबूतरों की मौत की घटनाएं भी लगातार सामने आ रही हैं।
आपको बता दें कि भीषण गर्मी के कारण जंगल के लगभग सभी जल स्रोत सूख गए हैं. ऐसे में पानी की तलाश में जंगली जानवर लगातार इधर-उधर भटक रहे हैं . यदि वन विभाग के द्वारा समय रहते वन्य प्राणियों के विचरण क्षेत्र में पानी की व्यवस्था की गई होती तो शायद यह बड़ी घटना नहीं होती. एक तरफ वन विभाग पांकी प्रखंड के जंगलों में लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर वृक्षारोपण कर रही है. वहीं दूसरी तरफ वन्य प्राणियों के लिए पानी मुहैया कराने को लेकर कोई विशेष पहल नहीं कर रही है जो बेहद दुर्भाग्य की बात है.
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