Default Image

Months format

Show More Text

Load More

Related Posts Widget

Article Navigation

Contact Us Form

Terhubung

NewsLite - Magazine & News Blogger Template

नया पुल के संवेदक ने तोड़ा पुल, ब्लास्टिंग करने का नहीं मिला अनुमति, अधर में लटका, The sensor of the new bridge broke the bridge, permission for blasting was not received, it is stuck in limbo,


बारिश से पहले नदी में पक्का ड्राइवर्सन बनाने का ग्रामीणों ने किया मांग, नहीं हो होगा एनएच 75ई जाम

Chakradharpur. पश्चिमी सिंहभूम जिले के बंदगांव प्रखंड के कराईकेला पंचायत के बरडीह गांव के समीप में संवेदक सत्यम बिल्डर ने दो माह पहले कराईकेला- बरड़ीह गांव के संजय नदी में बने पुल को तोड़ दिया गया. लेकिन  पुल तोड़ने के बाद संवेदक को ब्लास्टिंग करने की अनुमति अब तक नहीं मिला है. जिसके बाद संवेदक ने नदी में मिट्टी डालकर कच्ची डायवर्सन बनाने के बाद कार्य अधर में लटक गया है. 




बारिश से पहले पुल का निर्माण नहीं होने से कराईकेला, लांडुपोदा, ओटार, सिलफोड़ी पंचायत के 25 हजार से अधिक ग्रामीण ,स्कूली बच्चे विद्यालय,कराईकेला हाट बाजार, अस्पताल, ब्लॉक संबंधित कई सुविधाओं से वंचित हो जाएंगे. बारिश को देखते हुए ग्रामीणों ने नदी में पक्का डायवर्सन बनाने का मांग संबंधित विभाग से किया है. लेकिन अब तक पक्की डायवर्सन नहीं बनने के कारण बुधवार को बरड़ीह गांव में ग्रामीणों ने रिटायर्ड शिक्षक परशुराम महतो की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में मुख्य रूप से पूर्व विधायक शशि भूषण सामड, समाजसेवी डॉक्टर विजय सिंह गागराई, भाजपा नेता पवन शंकर पांडे, ललित मोहन गिलुवा मौजूद थे. इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि पिछले कई सालों से बरड़ीह गांव के संजय नदी में नए पुल निर्माण की मांग किया जा रहा है.


विगत वर्ष हुई बारिश के कारण पुल क्षतिग्रस्त हो गया था. उस समय भी ग्रामीणों ने संबंधित विभाग से नई पुल निर्माण की मांग किया गया था. लेकिन विभाग में पुल की मरम्मति के लिए 45 लाख रुपए स्वीकृत किया और चार माह पहले 45 लाख रुपए खर्च बरड़ीह पुल का मरम्मत किया गया था. पुल मरम्मत के दो माह बाद ही  नए पुल निर्माण की स्वीकृति मिली. सत्यम बिल्डर को काम मिला. जिससे संवेदक ने पुल को तोड़ दिया. पुल तोड़ने से बारिश के मौसम में ग्रामीण कैसे आवाजाही करेंगे उसी को लेकर विरोध भी किया. लेकिन संवेदक के मुंशी द्वारा ग्रामीणों को धमकी दी गई. मुंशी ने कहा कि काम मंत्री जी के भाई का है. इसके बाद मुंशी ने पुलिया को तोड़कर कार्य को अधूरा छोड़कर भाग खड़ा हुआ. 


इधर ग्रामीणों ने मांग करते हुए कहा कि बरड़ीह पुल निर्माण कार्य में तेजी लाएं और नदी में बने डायवर्सन को उंचा कर पक्का किया जाए. अन्यथा रांची-चाईबासा मुख्य मार्ग जाम किया जाएगा. ग्रामीणों की शिकायत पर पूर्व विधायक शशि भूषण सामड, विजय सिंह गागराई आदि ने स्थल का निरीक्षण किया. इस मौके पर जगदीश मंडल, श्रीवत्स मंडल, शक्ति सेन मंडल, दिनेश मंडल, नितेश मंडल, गुरा मंडल, विजय गोप, भास्कर नायक, मारकोंडा नायक, दुशासन महतो, मुकेश महतो, बीजू प्रमाणिक, जितेन महतो, पंचानन महतो,राजेश मंडल, समेत काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.बतादे कि पुल नहीं होने के कारण पांच पंचायत के 25 हजार ग्रामीण परेशान होंगे. जिसमें कराईकेला, बरड़ीह, कोचासाई, रोलाड़ीह, डुबसुरी, राज विजयपुर, सानगीसाई, डेंगसरगी, बेंगटागर, पुटसाई, नंदपुर, खैरूड़ीह, रायबेड़ा, तिलोपोदा, जोमरो, बष्टमपोदा, तेंदा, जोनुवा, बरकुंडी, घाघरा, बोंगाजोंगा, रांजडाकोचा, ओटार, सिकीदीकी, डांगिलसाई, ओटार टांड, कोचासाई, खौरुड़ीह आदि गांव के ग्रामीणों को स्वास्थ्य, रोजगार व शिक्षा से संबंधित परेशानियों से जुझना पड़ेगा. 


सात दिन में पक्का डायवर्सन नहीं बनता है तो  होगा सड़क जाम : पूर्व विधायक 

पूर्व विधायक शशि भूषण सामड ने कहा कि बारिश के मौसम में पुल को तोड़ दिया गया है. जबकि डायवर्सन को पक्का नहीं बनाने से बारिश के मौसम में बाढ़ आने से डायवर्सन बहने का संभावना हमेशा रहेगा. जिसे ध्यान में रखते हुए पक्का डायवर्सन का निर्माण यथाशीघ्र किया जाए. अन्यथा ग्रामीणों के साथ मिलकर एक सप्ताह के बाद रांची- चाईबासा मुख्य मार्ग को जाम किया जाएगा. इसके जिम्मेदार विभाग होगा.


पक्का डायवर्सन नहीं बनने से पांच पंचायत के 25 हजार ग्रामीण होंगे परेशान :  गागराई 

समाजसेवी डॉक्टर विजय सिंह गागराई ने कहा कि पुल तोड़ने के कारण पांच पंचायत के 25 हजार ग्रामीणों परेशान होंगे. सबसे अधिक गर्भवती महिला एवं बीमार मरीजों को अस्पताल ले जाने में होंगे. डायवर्सन पक्का नहीं होने से ग्रामीणों को जहां आधा किलोमीटर दूरी में सभी सुविधाएं मिलती. लेकिन ग्रामीणों को वही सुविधा के लिए अब 10 किलोमीटर दूरी तय करना पड़ेगा. ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए यथाशीघ्र निर्माण कार्य किया जाए. उन्होंने कहा अगर 7 दिन के अंदर डायवर्सन अच्छा से नहीं बनता है तो ग्रामीणों के साथ उग्र आंदोलन की जायेगी.





7 दिन के अंदर डायवर्सन को बना दिया जायेगा: जेई


विशेष प्रमंडल चाईबासा के जेई प्रकाश उरांव ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया की ठेकेदार को बोल दिया गया है. 7 दिन के अंदर बेहतर रूप से डायवर्सन बना दी जायेगी. उन्होंने कहा ग्रामीणों की मांग जायज है. इस पर विभाग गंभीर है..युद्व स्तर पर डायवर्सन बनाया जाएगा. लोगों को बाढ़ आने से भी दिक्कत नहीं होगी.

No comments:

Post a Comment

GET THE FASTEST NEWS AROUND YOU

-ADVERTISEMENT-

NewsLite - Magazine & News Blogger Template