जमशेदपुर। दलमा वन क्षेत्र प्रभावित संघर्ष समिति के बैनर तले नीमडीह अंचल के चालियामा पंचायत के बांधडीह गांव निवासी ढाटू सिंह की रिहाई सहित आठ सूत्री मांगों को लेकर मानगो वन कार्यालय परिसर में पारंपरिक हथियार के साथ सैकड़ों लोगों ने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी भी की।। धरना-प्रदर्शन करण गोराई के नेतृत्व में किया गया जो दोपहर दो से चार बजे तक चला। बाद में समिति की ओर से रेंजर दिनेश चंद्रा को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें ढाटू सिंह की एक सप्ताह में बिना शर्त रिहाई की मांग की गई।
धरना प्रदर्शन के संबंध में समाजसेवी करण गोराई एवम सुखराम हेम्ब्रम ने बताया कि ढाटू सिंह ग्राम वन रक्षा समिति का सदस्य है और मजदूरी कर जीवन यापन करता है। 5 जून को वह हाट से मांस लेकर आया था और घर में बना रहा था, तभी वनकर्मियों ने उसे पकड़ लिया और जंगली सुअर के शिकार के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उनका कहना है कि जंगली सूअर के शिकार का कोई सबूत वन विभाग पेश नहीं कर सका। इसके बावजूद इस प्रकार से एक गरीब ग्रामीण को परेशान किया गया, जो सर्वथा अनुचित है।
उन्होंने कहा कि हमलोग दलमा के विकास के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च करने की जांच की मांग कर रहे हैं, क्योंकि इको सेंसेटिव जोन के विकास के नाम पर भारी राशि खर्च हो रही है। उनका यह भी दावा है कि वन क्षेत्र वन रक्षा समिति और ग्रामीणों के प्रयास से बच रहा है, न कि वन विभाग की वजह से। इसके अलावा दलमा की तराई में बसे ग्रामीण की स्वतंत्र आवाजाही में अब वन विभाग द्वारा रोक-टोक को भी उन्होंने बंद करने की मांग की। कहा, मोटरसाइकिल से अपने घर से बाहर आने-जाने वालों से भी शुल्क मांग की जा रही।
जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। साथ ही उन्होंने वन अधिकारियों पर भ्रष्टाचार व ग्रामीणों को परेशान करने का आरोप भी लगाया। ग्रामीण पारंपरिक हथियार के साथ लगभग दो घंटे तक प्रदर्शन करते रहे। इस धरना-प्रदर्शन में जिला परिषद सदस्य असित सिंह पातर, भक्त रंजन भूमिज, रूप लाल पहाड़िया, रविंद्र नाथ सिंह, दीनबंधु सिंह, मधु गोराई, देवाशीष राय, विश्वनाथ मंडल, अंगद सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।
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