गुवा। भाकपा माओवादी नक्सलियों ने किरीबुरु थाना अन्तर्गत मेघाहातुबुरु स्थित सिविल कार्यालय एवं मीना बाजार बस स्टैंड के बगल में अलग-अलग दो बैनर तथा फिल्टर प्लांट के बगल में स्थित सिविल मेंटेनेंस कार्यालय के बगल में एक स्थान पर लगाया। यह बैनर 9 जुलाई की अहले सुबह लगाये जाने की बात कही जा रही है। लगाये गये बैनर में नक्सलियों ने पुलिसिया नरसंहार के खिलाफ 10 जुलाई को कोल्हान बंद का अह्वान तथा राजनीतिक बदला लेने का अह्वान किया गया है।
यह बैनर भाकपा माओवादी की दक्षिणी जोनल कमिटी द्वारा लगाया गया है। पुलिस ने सारे पोस्टर को हटा ले गई। नक्सलियों का 24 घंटे का बंदी 9 जुलाई की रात 12 बजे से 10 जुलाई की रात 12 बजे तक चलेगी। उल्लेखनीय है कि बीते 23 मई को लोवादा गांव के निकट जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में कुख्यात नक्सली बुधराम मारा गया था। बुधराम दो अन्य साथियों के साथ लोवादा गांव क्षेत्र में गया था। इसके बाद 17 जून की सुबह लगभग 4.30 बजे कोल्हान जंगल स्थित लिपुंगा गांव के समीप नक्सली के एक कैम्प (डेरा) पर पुलिस ने हमला कर पांच नक्सलियों को मौत के घाट उतार दिया था।
इस हमले में कुख्यात नक्सली कांडे होनहागा उर्फ दिरीसुम (सारंडा सबजोनल कमेटी के सदस्य), सिंगराय (पुलिस के कोल्हान मुक्त करने के बर्बर दमन अभियान का मुकाबला हेतु गठित स्पेशल दस्ता के कमाण्डर सह सारंडा एरिया कमेटी सदस्य), सपनी हांसदा (उम्मीद्वार पार्टी सदस्या), सूर्या देवगम उर्फ मुण्डा (पीएलजीए के मारक दस्ता सदस्य), और जोगा मारला (सांस्कृतिक टीम की साधारण सदस्या) शामिल थे। इस दौरान एक महिला व एक पुरुष नक्सली जिंदा पकडा़ गया था।
दक्षिणी जोनल कमेटी के प्रवक्ता अशोक ने मारे गये छः नक्सलियों का राजनीतिक बदला लेने की घोषना की है। इसी के आलोक में आज रात 12 बजे से बंद कोल्हान बंद का अह्वान किया गया है। इस बंदी में नक्सली कोल्हान व सारंडा क्षेत्र में कोई बडी़ घटना को अंजाम देने की कोशिश कर सकते हैं। क्योंकि मारे गये सारे नक्सली इसी जंगल क्षेत्र के हैं। नक्सलियों का मुख्य निशाना हमेशा से रेलवे रहता है। पुलिस व रेलवे हाई अलर्ट पर है ताकि कोई घटना नक्सली अंजाम नहीं दे सके।
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