Jamshedpur (Nagendra) । माईकल जॉन ऑडिटोरियम बिष्टुपुर में एक महत्वपूर्ण उद्देश्य से सद्भावना कार्यक्रम किया गया । यह कार्यक्रम सद्भावना मंच जमशेदपुर की ओर से आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में सभी धर्म के विशेष 'एक्सपर्ट' नें ह्यूमैनिटी कॉन्सेप्ट इन रिलिजन "धर्म में मानवता की अवधारणा" विशेष पर अपनी बातों को रखा। आज के चीफ गेस्ट प्रोफेसर मोहम्मद सलीम इंजीनियर जनरल सेक्रेटरी एफडीसीए न्यू दिल्ली , गेस्ट ऑफ़ ऑनर अशोक कुमार वर्मा, सीनियर जर्नलिस्ट झारखंड, फादर जयराज, सुनील विमल, जफर इमाम, सुरेश सिंह बेसरा, हरविंदर सिंह, श्री मंथन, चंद्रकांत जकटिया, डॉ आर के सिंह, फादर टूर्लि, शाहिद अख्तर और सबने स्टेज पर अपने वक्ता में इंसानियत की बातें रखी।
'प्रोफेसर मोहम्मद सलीम इंजीनियर साहब' ने अपनी बात में कहा कि धर्म में इंसानियत भाईचारा और दूसरों की इज्जत करना सीखना है किसी भी धर्म में बांटने की बात नहीं होती है जोड़ने की बात की जाती है। हमारा हिंदुस्तान एक गुलदस्ते की मानिंद है जहां रंग-बिरंगे फूल एक साथ खिलते हैं और यही हमारी खूबी है। वक्ताओं ने बताया आज केवल इंसानियत की बातें होनी चाहिए। इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म है और सभी धर्म में मानवता सर्वश्रेष्ठ है। आज समाज में मानवता की भारी गिरावट आई है।
इंसानियत ,भाईचारा, अच्छे कैरक्टर्स और मोहब्बत की जरूरत है और हमें नफरत से बचना होगा। आपसी भाईचारा भारत की दौलत रही है। इन बातों को समझकर फैलाना होता, अगर समाज में हर धर्म के लोग ठान ले तो आसानी से हम लोग नफरत की माहौल को प्यार मोहब्बत में बदल सकते हैं। प्यार से ही हम एक खुशहाल समाज की कल्पना कर सकते हैं और यही सद्भावना मंच का मुख्य उद्देश्य है। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन खुर्शीद अकरम अंसारी ने किया, जबकि सभा का संचालन तोहिदुल हसन जी ने की। वहीं मौके पर अन्य गणमान्य लोगों में प्रेस प्रवक्ता खालिद इकबाल, शाहनवाज कमर जफर ,जहांगीर जावेद साहब मौजूद रहे। आदिवासी समाज से 'सुरेश सिंह मिश्रा' ने प्रकृति और इंसानियत की बात की।
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