Jamshedpur (Nagendra) । दिशोम जाहेरगाड़ टुवार बुरु द्वारा दिशोम बाहा बोंगा महोत्सव का आयोजन एदेलडीह में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जाहेरगढ़ में पूजा अर्चना कर किया गया। तदुपरांत आखड़ा में दर्जनों नृत्य दलों ने आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के वरिष्ठ नेता सह पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन उपस्थित थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बाहा पर्व आदिवासी समुदाय का सबसे पवित्र पर्व है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदाय द्वारा पूजा अर्चना (बोंगा) कर क्षेत्र के लिए सुख, शांति और समृद्धि की कामना किया जाता है। उन्होंने कहा आदिवासी समुदाय अपनी भाषा संस्कृति की रक्षा के लिए सदैव आगे रहा है। इसके लिए समाज के कई महापुरुषों ने बलिदान दिया।
हमलोगों को भी अपनी संस्कृति और ओलचिकी भाषा की रक्षा के आगे बढ़ने की जरूरत है। इसके लिए संताल परगना में एक आंदोलन की रुपरेखा तय किया जा रहा है। इस आंदोलन में आदिवासी समुदाय के लाखों लोग शामिल होंगे। कमेटी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को तूरही मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर दिशोम माझी बाबा घासीराम हेंब्रम,जिला परिषद सदस्य सविता सरदार, मुखिया देवी कुमारी भूमिज, गणेश सरदार, मनोज कुमार सरदार, भागीरथी हांसदा,पोल्टू मंडल, उपस्थित थे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में कमेटी के अध्यक्ष मोहन हांसदा, उपाध्यक्ष दासों बास्के, सचिव दुलाराम बास्के,सह सचिव बड़ा पंडा हांसदा, कोषाध्यक्ष सुनाराम टुडू,दाखिन बास्के, बसंत टुडू, पृथ्वी बास्के,सुमिता हांसदा, दुलाल हांसदा,गुमदी बास्के,सालार टुडू,हरिहर टुडू,नागी टुडू सहित अन्य का सराहनीय योगदान रहा। इस मौके पर विविध खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन कर विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया।
No comments:
Post a Comment