Jamshedpur (Nagendra) बी एस एस आर यूनियन द्वारा "मजदूरों को गुलाम 'बनाने वाली 4 लेबर कोड को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया । सोमवार को करीब 200 मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव साकची स्थित आम बागान मैदान में इक्कठा हुए और अपनी मांगो को लेकर जोरदार आवाज उठाए। फिर सभी लोग रैली के रूप में तब्दील होकर आम बागान मैदान से डीसी कार्यालय पहुंचे और अपनी मांगो को उठाते हुए एक ज्ञापन प्रधानमंत्री के नाम डीसी को सौंपा।
बी एस एस आर यूनियन के कार्यकारिणी सदस्यों ने मजदूर विरोधी और मालिक-पाक्षीय 4 श्रम संहिताओं का एकतरफा थोपे जाने की कड़ी शब्द में निंदा करती है। लंबी संघर्ष से हासिल मेडिकल तथा सेल्स रेप्रेसेंटटिव्स के लिए बना एक मात्र कानून सेल्स प्रमोशन एम्प्लॉईस (सेवा शर्त) एक्ट 1976 के साथ क्रूरतापूर्ण बदलाव किए जाने का विरोध किया। यूनियन ने 2019 में वेतन संहिता पारित होने के तुरंत बाद हड़ताल किया और 2020 में तीन श्रम संहिताओं- औद्योगिक संबंध संहिता, सामाजिक सुरक्षा संहिता, व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और कार्य शर्तें संहिता को आलोकतांत्रिक तरीके से दोनों सदन में पास कराने के बाद हड़तालें की और ऐतिहासिक रूप से दिल्ली में रैली किया तथा इसी साल 9 जुलाई को देश भर की 25 करोड़ श्रमिकों के साथ लाखों मेडिकल तथा सेल्स रेप्रेसेंटटिक्स मुकम्मल हड़ताल किया।
अभी 17 नवम्बर को मुंबई में मालिकों के संगठन एवं महाराष्ट्र श्रम मंत्री से मिलकर अपनी मांगो को रखा एवं 18 नवंबर को दिल्ली गए और केंद्र सरकार को इस मजदूर विरोधी नीति को वापस लेने के लिए ज्ञापन सौंपा। लेकिन इसके बावजूद सरकार श्रम संहिताओं को पारित किया। श्रम संहिता के अंदर फ़िक्सह टर्म एम्प्लोयमेंट (एक निश्चित अवधि के लिए काम का कांट्रैक्ट) और फ्लोर लेवेल वेजेस का मसौदा मेडिकल तथा सेल्स रेप्रेसेंटटिक्स के लिए घातक साबित होगी। आज कोल्हान के करीब 800 मेडिकल तथा सेल्स रेप्रेसेंटटिव्स काला बिल्ला लगाकर फील्ड में काम किए। जिला उपा युक्त महोदय के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और 4 श्रम संहिताओं के प्रतियों को जलाकर विरोध कार्यक्रम को तेज़ किया। कल भी सभी मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे और सभी साथी प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजेंगे। साथ ही 26 नवंबर को सभी ट्रेड यूनियन के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

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