Jamshedpur (Nagendra) प्लास्टिक प्रदूषण को एक गंभीर वैश्विक चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए, जो पारिस्थितिक तंत्र, जल की गुणवत्ता और समुदाय के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, टाटा स्टील यूआईएसएल (यूटिलिटी एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड) ने आज जमशेदपुर को एक टिकाऊ और प्लास्टिक-मुक्त शहरी जीवन का राष्ट्रीय मॉडल बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को पुनः रेखांकित किया। टाटा स्टील यूआईएसएल के जन स्वास्थ्य विभाग ने प्लास्टिक-मुक्त पालन और सुदृढ़ कचरा पृथक्करण पर केंद्रित शहरव्यापी अभियान को और तेज़ किया है। इस पहल ने समुदाय के व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लाया है, जिसे गीले और सूखे कचरे के पृथक्करण में घरों की बढ़ती भागीदारी से स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
बेहतर पृथक्करण से पुनर्चक्रण दरों में सुधार, कम्पोस्टिंग प्रक्रियाओं को सुदृढ़ करने और शहर के लैंडफिल पर दबाव को कम करने में महत्वपूर्ण मदद मिलती है। पर्यावरणीय जागरूकता को प्रारंभिक आयु से ही विकसित करने के उद्देश्य से, टाटा स्टील यूआईएसएल ने एक विशेष शैक्षिक जन-जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया है। 50 स्कूलों में नुक्कड़ नाटक सफलतापूर्वक प्रस्तुत किए गए हैं, जिनमें सरल और रोचक कहानियों के माध्यम से सिंगल-यूज़ प्लास्टिक के दुष्प्रभावों और स्वच्छ शहर के आदतों को उजागर किया गया है।
इस प्रयास को और प्रभावी बनाने के लिए रचनात्मक मैस्कॉट “प्लास्टिक दानव” (द प्लास्टिक मॉन्स्टर) को भी पेश किया गया है। स्कूलों, बाजारों और पार्कों में इसकी सक्रिय उपस्थिति परिवारों को जोड़ने और लापरवाही से प्लास्टिक फेंकने के खतरे का प्रतीक बनने में अत्यंत प्रभावशाली साबित हो रही है। प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों में, टाटा स्टील यूआईएसएल ने जेएनएसी के साथ मिलकर ‘टू डस्टबिन कैंपेन’ के अनुपालन को मजबूत किया है तथा विक्रेताओं को कपड़े के थैले और पेपर पैकेजिंग जैसे टिकाऊ, पर्यावरण-अनुकूल विकल्प अपनाने में सक्रिय सहायता प्रदान की है। निरंतर जन-जागरूकता, उन्नत पुनर्चक्रण अवसंरचना और नागरिकों की सहभागिता के माध्यम से, टाटा स्टील यूआईएसएल सिंगल-यूज़ प्लास्टिक मुक्त (प्लास्टिक-मुक्त) जमशेदपुर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है।


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