सिमडेगा। राशन कालाबाजारी की शिकायत पर कोचडेगा पंचायत में सीओ के संग गए कार्यपालक दंडाधिकारी सह डीपीआरओ पंकज भगत पर जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है। घायल दंडाधिकारी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुखिया शिशिर टोप्पो पर ग्रामीणों को भड़काकर हमला कराने का आरोप है। उनके विरुद्ध मुफस्सिल थाना में मामला दर्ज किया गया है। वहीं, मुखिया का कहना है जांच के लिए पहुंचे पदाधिकारी नशे में थे। उन्होंने गाली-गलौज की। इस क्रम में ग्रामीण उग्र हुए और कहासुनी सुई। उन्हें भी बीच-बचाव के दौरान हाथ में चोट लगी है। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कोचेडेगा के मुखिया शिशिर टोप्पो ने अंचलाधिकारी प्रताप मिंज को फोन कर पीडीएस राशन चावल की कालाबाजारी करते हुए करीब आधा बोरा चावल और दो लोगों को पकड़े जाने की सूचना दी। इस सूचना पर अंचलाधिकारी प्रताप मिंज, कार्यपालक दंडाधिकारी पंकज भगत तथा मुफस्सिल थाना प्रभारी देव कुमार दास मौके पर पहुंचे।
वहां ग्रामीण और मुखिया कालाबाजारी के चावल को जब्त कर पकड़े गए लोगों और राशन डीलर को साथ ले जाने का दबाव बनाने लगे। इसी दौरान मुखिया पर पूर्व से चल रहे 144 और 107 के मामले को लेकर कहासुनी होने लगी। सीओ प्रताप मिंज ने कहा कि मुखिया ने अधिकारियों पर पैसे लेनदेन का झूठा आरोप लगाकर विवाद शुरू किया। पुलिस का कहना है कि इसी बीच पंकज भगत को टारगेट कर उन पर हमला कर दिया गया। मुफस्सिल थाना की पुलिस और सीओ बीच बचाव करने लगे। इसी दौरान अंधेरे में मजिस्ट्रेट पंकज भगत भाग निकले। करीब सात किलोमीटर दूर चलकर मजिस्ट्रेट किसी प्रकार सिमडेगा पहुंचे। सदर अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। थाना में मामला दर्ज होने के बाद मुखिया के आवास पर शुक्रवार को ग्रामीणों की बैठक हुई। मुखिया सहित सैकड़ों ग्रामीण कार्यालय का घेराव किए जाने की सूचना और आशंका को देखते हुए सिमडेगा पुलिस चौकस रही। खिजरी मोड़ के समीप बैरिकेडिंग कर कुछ घंटों के लिए आवाजाही रोक दी गई। एहतियात के तौर पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था।
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