गुवा। विद्या विकास समिति झारखंड द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय आचार्य कार्यशाला का शुभारंभ पद्मावती जैन सरस्वती शिशु मंदिर नोवामुंडी में 27 से शुूरू हुआ। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समिति के सचिव रामस्वरूप पोद्दार एवं विद्यालय की प्रधानाचार्या सीमा पालित ने संयुक्त रूप से अपने कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया।
कार्यशाला की प्रस्तावना रखते हुए प्रधानाचार्या सीमा पालित ने बताया कि कार्यशाला में हर दिवस पांच सत्रों का होता है। जिसमें सभी प्रकार की पंजिका, संचिका, अभिलेखों को व्यवस्थित करना, सभी स्थायी भौतिक सामग्रियों का सत्यापन कर स्थायी वस्तु पंजी को अद्यतन करना, सत्र की विस्तृत समीक्षा कर अपने सबल और निर्बल पक्षों पर विचार करना, परीक्षा एवं प्रतियोगिता सहित सभी पक्षों पर विचार करना साथ ही प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा ईसीसीई पर विशेष चर्चा करना, आने वाले सत्र में आचार्य भारती का गठन करना, दिवस अधिकारी का निर्धारण करना, कालांश में निर्धारित विषयों की चर्चा करना, आने वाले सत्र में अभिभावक गोष्ठी अभिभावक संपर्क की योजना मातृ सम्मेलन दादा दादी नाना नानी सम्मेलन पूर्व अभिभावक सम्मेलन आदि आयोजित करने हेतु तिथि अथवा माह निर्धारित करना आदि शामिल है।
आगे उन्होंने बताया कि इस प्रकार की कार्यशाला पूरे सत्र को सही संचालन हेतु किया जाना आवश्यक है।साथ ही बच्चों का सर्वांगीण विकास में हम आचार्यगण किस प्रकार अपना सहयोग प्रदान करेंगे इस पर भी चर्चा की गई। इस कार्यशाला में विद्यालय के सभी आचार्य बंधु भगिनी उपस्थित रहे।
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