गुवा। सारंडा के छोटानागरा पंचायत स्थित दुबिल गांव में मुंडा रामलाल चाम्पिया की अध्यक्षता में ग्राम सभा की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सोरेन बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं। बैठक में जिप अध्यक्ष लक्ष्मी सोरेन को बताया गया कि सेल की चिड़िया खदान प्रबंधन हमारे गांव स्थित सरना स्थल (देशाउली), कब्रिस्तान पर कब्जा करना चाह रही है, जबकि उक्त दोनों स्थल हमारी रैयत भूमि पर है। उन्होंने कहा कि बीते दिनों चिड़िया प्रबंधन ड्रोन के माध्यम से नापी कर उक्त पवित्र भूमि को अपना बताने का कार्य कर रही है।
प्रबंधन की मंशा को कभी भी हम ग्रामीण पूरा नहीं होने देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि चिड़िया खदान की गोद में हमारा गांव बसा है। खदान का मिट्टी, लौह चूर्ण न सिर्फ हमारे रैयत भूमि को बंजर कर रहे हैं, बल्कि प्राकृतिक नदी-नाला व पेड़-पौधों को भी बर्बाद कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि प्रबंधन सीएसआर के तहत आज तक शुद्ध पेयजल भी उपलब्ध नहीं करा सकी है। ग्रामीण नाला का पानी पीने को मजबूर हैं।
खदान में गांव के एक भी बेरोजगारों को रोजगार नहीं देकर बाहरी को रोजगार दिया जा रहा है। गांव स्थित स्कूल में शिक्षक व बच्चों के लिए क्लास रूम की कमी है। चिड़िया प्रबंधन का स्वास्थ्य वाहन कभी-कभी आता है। उसके आने का दिन व समय निश्चित नहीं रहता। गांव में बेरोजगारी चरम पर है। मुंडा ने इन समस्याओं का समाधान हेतु लक्ष्मी सोरेन को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान झामुमो नेता अजीत कुंकल, उप मुखिया रमेश हंसदा, पूर्व जिप सदस्य बामिया माझी, गंगदा के पंसस रामेश्वर चाम्पिया, उप मुखिया सादो चाम्पिया, देवेन्द्र देवगम, अनवर सोरेन, गोनो चाम्पिया, दुलाल आइन्द आदि दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।
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