जिसमें भैया बहनों को टीएलएम के माध्यम से एवं खेल-खेल में पढ़ाई करवाई जाएगी। विद्यालय की प्रधानाचार्या ने अपने उद्बोधन में नई शिक्षा नीति में स्कूली शिक्षा 5+3+3+4 के विषय में विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की एवं बच्चों के विकास में माताओं की भूमिका कैसी हो इस पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में माताओं को विभिन्न प्रकार के क्रियाकलाप दमयंती पाडेया दीदी, सोनी मिश्रा दीदी एवं कल्पना यादव दीदी द्वारा कराए गए। ताकि वे भी बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में सहयोगी बन सके। इन क्रियाकलापों में ठप्पा कार्य,अनाजों व सब्जियों से पेस्टिंग कार्य,पत्थरों से गिनती एवं जोड़ घटाव, टीएलएम की सहायता से अल्फाबेट इत्यादि करवाया गया। अंत में कक्षा उदय की बहन आकांक्षा पिंगुआ द्वारा शांति मंत्र से कार्यशाला का समापन हुआ।
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