जमशेदपुर । मगही मगध नागरिक संघ के द्वारा आयोजित दुसरा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पारस सिहं के नेतृत्व मे दिल्ली के जंतर मंतर पर दिया गया । धरना कार्यक्रम के आयोजन मे देश भर के मगही भाषी, साहित्यकार, कवि, कलाकार, सिनेमा निर्देशक के अलावे पडोसी देश नेपाल के भी प्रतिनिधि शामिल होकर मगही को आठवीं अनुसूची मे शामिल करने के लिये आवाज बुलंद की ।
इस कार्यक्रम में लगभग हजारों के संख्या मे मगही भाषी उपस्थित हो कर केन्द्र सरकार से अपनी पांच सुत्री माग के समर्थन मे अपनी आवाज बुलंद की।और महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री को ज्ञापन सौपा। इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष पारस सिहं ने कहा कि अभी हमलोग सरकार से अनुरोध करने आये है , इस पर भी सरकार नहीं सुनी तो हमलोग चरन बध तरिका से और लोकतांत्रिक तरीके से ब्यापक आदोलन करेंगे । पाच सुत्री मांगो मे 1, मगही भाषा को संविधान के आठवीं अनुसूची मे शामिल करना।
मगही भाषा को बिहार मे दुसरी राज भाषा का दर्जा देना। मगही भाषा के विकास मे लगल सस्था और साहित्यकार को अनुदान राशि मुहय्या करना। हावड़ा से गया जंक्शन तक भाया झाझा नवादा होते एक नया रेल सेवा चालू करना जिसका नाम हो मगही ऐक्सप्रेस । महान फुटबालर स्वर्ण पदक बिजेता मेवालाल के नाम डाक टिकट जारी करना
श्री सिंह ने आगे कहा कि कार्यक्रम के पहले दिन 9 जुलाई को अन्तर्राष्ट्रीय मगही सम्मेलन गाधीं शांति प्रतिष्ठान दिल्ली मे आयोजित हुआ । सम्मेलन के उद्घाटन बिहार के पुर्व मुख्यमंत्री जीतनराम माझी ने की जबकि मुख्य अतिथि सांसद चन्देश्वर प्रसाद चन्द्रवंशी, नेपाल के पुर्व गृहमंत्री भरत साह की गरिमामयी उपस्थिति रही ।
डा राम प्रसाद सिंह को साहित्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया । पहली बार दिल्ली मे आयोजित कार्यक्रम में हजारों के संख्या मे मगही भाषी उपस्थित हुये । अध्यक्षता प्रो उपेन्द्रनाथ वर्मा ने की जबकि धन्यवाद ज्ञापन उदय शर्मा ने की। इस मौके पर बिजय सिह, सत्यनारायण शर्मा, बिरेन्द्र शर्मा, राजकुमार सिंह, रामोतार राम, मनोज शर्मा, दुर्जय सिह दिवाकर, बिरबहादुर महतो, प्रो दिलीप कुमार, प्रो भरत सिंह, पंकज मिश्रा, गौतम कुमार सरगम, हिमाचल शेखर, रिचा झा, मिथलेश सिह, सुमंत, यादी मगहीयन उपस्थित होकर अपनी आवाज बुलंद की ।
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