गुवा । सेल की गुवा खदान में कार्यरत सप्लाई मजदूर विशाल गोच्छाईत की पत्नी नेहा गोच्छाईत (30 वर्षिय) की मौत के बाद विवाद उत्पन्न हो गया था। जिसका समाधान 26 अगस्त को गुवा प्रबंधन व मजदूर नेताओं की वार्ता के बाद समाप्त हुआ। उल्लेखनीय है कि सप्लाई मजदूर विशाल गोच्छाईत की 30 वर्षीय पत्नी नेहा गोच्छाईत की समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने से 25 अगस्त को मौत हो गई थी। बीते सोमवार को नेहा गोच्छाईत को बुखार व उल्टी की शिकायत के बाद गुवा अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
25 अगस्त की सुबह लगभग 11 बजे उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। डॉक्टर ने उसे बेहतर चिकित्सा के लिए राउरकेला अस्पताल रेफर किया एवं शाम चार बजे तक एम्बुलेंस उपलब्ध होने की बात कही। परंतु एम्बुलेंस मरीज को रात्रि नौ बजे मुहैया कराया गया। राउरकेला ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गई। इससे नाराज सभी सफाई कर्मी, सेलकर्मी तथा विभिन्न मजदूर संगठनों के प्रतिनिधि ने शव को लेकर गुवा सेल अस्पताल का घेराव कर दिया। शनिवार को गुवा के सीजीएम कमल भास्कर की अध्यक्षता में अस्पताल प्रबंधन व मजदूर संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक हुई। बैठक में सीजीएम ने कहा कि अब ऐसी समस्या नहीं आयेगी।
अगर एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं रहा तो मरीज को उनके परिजन प्राईवेट वाहन से ले जा सकेंगे। प्राईवेट वाहन का भाड़ा गुवा प्रबंधन वहन करेगी। साथ हीं उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण कर व्याप्त खामियों को दूर करने का भरोसा भी दिया। इसके बाद मृतका का शव अस्पताल से उठाया गया। वार्ता में सीजीएम कमल भास्कर, महाप्रबंधक एसएन पंडा, महाप्रबंधक एससी दास, उप महाप्रबंधक अनर्व, डॉ. विप्लव दास, डॉ. आनंद, मजदूर नेता रामा पांडेय, अन्तर्यामी महाकुड़, पीसी राणा, प्रीतम गोच्छाईत, टीमु गोच्छाईत, शंकर गोच्छाईत, संजू गोच्छाईत, रोशनी गोच्छाईत, पद्मिनी गोच्छाईत आदि मौजूद थे।
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