जमशेदपुर। जमशेदपुर के वरिष्ठ रचनाकारों की संस्था फुरसत में प्रेमचंद जयंती मनाई। जिसमें सभी रचनाकारों ने भाग लिया .कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की कालजयी कहानियों पर सबने समीक्षा प्रस्तुत की।
कार्यक्रम का संयोजन संस्थापक. अध्यक्ष. साहित्यकार आनंद बाला शर्मा एवं डा सरित किशोरी श्रीवास्तव ने किया और संचालन कवयित्री. कथाकार पद्मा मिश्रा.का था ।
सर्वप्रथम आरती श्रीवास्तव ने निर्मला उपन्यास की समीक्षा की कि नारी विमर्श पर प्रेमचंद जी ने सशक्त आवाज उठाई है.वहीं आनंद बाला शर्मा. रेणुबाला मिश्रा तथा इंदिरा तिवारी-ने कफन कहानी की सुंदर समीक्ष की।
कथाकार छाया प्रसाद ने नैराश्य *कहानी तथा डा मीनाक्षी कर्ण ने *विषम समस्या कहानी की सारगर्भित समीक्षा की .वरिष्ठ सदस्य किरण सिन्हा ने उनकी कविता *ख्वाहिश नहीं मुझे मशहूर होने की *का पाठ किया।
अंत में में संस्था की सदस्य कवयित्री. कथाकार तथा आयोजन की संचालिका पद्मा मिश्रा ने प्रेमचंद की बाल मनोविज्ञान पर आधारित लोकप्रिय कहानी-ईदगाह की समीक्षा करते हुए बताया कि बाल मन की सरल सहज भावनाओ के अद्भुत चितेरे रहे हैं प्रेमचंद..धन्यवाद ज्ञापन छाया प्रसाद-ने किया। इस अवसर पर उमा सिंह. सरिता सिंह. माधुरी.मिश्रा.डा मनीला कुमारी.आदि सदस्य शामिल रहे।
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