चक्रधरपुर. भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष पवन शंकर पाण्डेय ने जिले में चल रहे है भ्रष्टाचार के विरुद्ध बयान जारी करते हुए आंदोलन करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि विगत 2 अगस्त को ग्रामीण विकास विभाग कार्य प्रमंडल चक्रधरपुर के लेखा लिपिक सरोज कुमार को घूस लेते हुए एसीबी द्वारा गिरफ्तार किया गया. इसके पहले ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल चाईबासा के रोकड़ पाल भाव तारण सिंह को घूस लेते गिरफ्तार किया गया था.
इससे यह तो साबित हो ही जाता है कि, इस जिले में भ्रष्टाचार की गंगोत्री बह रही है. क्या जिले के केवल दो विभागों में ही भ्रष्टाचार है? ऐसा नहीं है. इस जिले के सभी विभागों में भ्रष्टाचार व्याप्त है. क्या इस भ्रष्टाचार के कारनामों में पदाधिकारी का हाथ नहीं है? ऐसी बात भी नहीं है. इस भ्रष्टाचार के कारनामों में विभाग के पदाधिकारी का भी हाथ है. उनके बिना समर्थन का कोई भी कर्मचारी घूस नहीं ले सकता है. इस जिले में विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता जब से रोकड़ पाल की गिरफ्तारी हुई है,
कार्यालय ही आना छोड़ दिए हैं. उन्हें ऐसा लगता है कि कहीं हमें भी एसीबी द्वारा गिरफ्तार ना कर लिया जाए. वह सभी फाइल अपने घर पर ही मंगाकर निपटारा कर रहे हैं. जिस विभाग के कर्मचारी घूस लेते गिरफ्तार हो रहे हैं उस विभाग के कार्यपालक अभियंता एवं पदाधिकारी पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर जांच होनी चाहिए. साथ ही जिले के और भी कई विभाग है.
चाईबासा भवन प्रमंडल में भी कम भ्रष्टाचार नहीं है! उसकी निगरानी भी ऐसीबी से होनी चाहिए. भवन विभाग मैं तो ऐसा भी देखा गया है कि काम पहले होता है, निविदा बाद में होती है. श्री पवन शंकर पाण्डेय ने कहा कि, जिले के वरीय पदाधिकारी इस पर गंभीरता से जांच करें. जिले में कोई ऐसा विभाग नहीं है जहां सीएस के नाम पर 11% से 12% नहीं लिए जा रहा हो. संवेदन के साथ विभागों के पदाधिकारियों द्वारा अन्याय किया जा रहा. भया दोहन हो रही है. इस पर तत्काल अंकुश लगनी चाहिए, अन्यथा भाजपा को बाध्य होकर हल्ला बोल आंदोलन करना पड़ेगा. जिससे कोई भी भ्रष्टाचारी बक्से नहीं जाएंगे.
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