जमशेदपुर। अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत झारखंड प्रांत के महिला आयाम की ओर से एक ऑनलाइन बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का मुख्य विषय था रसोई घर में स्थित खाद्य पदार्थ की शुद्धता और हमारी भारतीय खाद्य संस्कृति । इस विषय पर वक्ता के तौर पर बेंगलुरु, कर्नाटक से टी आर गायत्री नाडिग जुड़ी थी जो 2018 से अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के लिए कार्य कर रही हैं और कर्नाटक की प्रांत सचिव हैं। इस ऑनलाइन बैठक का आरंभ सबसे पहले ग्राहक गीत के द्वारा किया गया। जिसे प्रचार प्रसार टोली की सदस्या डॉली परिहार ने गाया। स्वागत वक्तव्य दिया प्रांत सचिव डॉक्टर कल्याणी कबीर ने ।
इस बैठक में अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत केंद्रीय महिला आयाम की प्रमुख आशा सिंह जी भी जुड़ी हुई थी। कार्यक्रम का संचालन सदस्या सरिता सिंह जी ने किया। गायत्री नाडिग जी ने कहा कि शुद्ध आहार पर हम सबों का अधिकार है। जरूरी है कि हम स्वाद से अधिक अपनी सेहत को महत्व दें और भारतीय खाद्य संस्कृति की ओर लौटें।
पाश्चात्य खाद्य संस्कृति के कारण ही हमारा शरीर बीमारियों का शिकार हो जा रहा है । हम महिलाओं को चाहिए कि हम अपने परिवार में एक अच्छी खाद्य संस्कृति को विकसित करें और अपने घर के बच्चों को भी सेहतमंद भोजन का आदी बनाएं। बैठक को संबोधित करते हुए महिला आयाम केंद्रीय प्रमुख आशा सिंह जी ने कहा कि जरूरी है इस विषय पर हम बात करें क्योंकि घर की खाद्य व्यवस्था, भोजन की व्यवस्था अमूमन महिलाओं के ही दायित्व में आता है इसलिए महिलाओं को इस विषय में सजग होना जरूरी है।
बैठक को कोडरमा से जुड़ी राष्ट्रीय सेविका समिति की प्रांत कार्यवाहिका शारदा गुप्ता जी ने भी संबोधित किया। सुप्रसिद्ध रंगकर्मी और समाजसेवी कृष्णा सिन्हा ने भी खाद्य संस्कृति और खाद्य सुरक्षा की बात कही। डॉली परिहार ने यह सुझाव दिया कि हम अपने देश के विभिन्न राज्यों में प्रचलित खाद्य संस्कृति और खाद्य परंपरा की जानकारी का संकलन करते हुए एक पुस्तक का निर्माण कर सकते हैं ताकि आने वाली पीढ़ी को इस विषय में समृद्ध जानकारी मिल सके।
धन्यवाद ज्ञापन संस्था की सदस्या रजनी झा ने किया। इस बैठक में समाजसेवी सुमित्रा मुर्मू, सुकृति बनर्जी,चंदन जायसवाल, डॉक्टर अनिता शर्मा, अधिवक्ता ममता सिंह, सुष्मिता मिश्रा , रीता लाल, सविता सिंह भी जुड़ी थीं।कुल सैंतीस महिलायें इस विचार-विमर्श में ऑनलाइन उपस्थित रहीं।
No comments:
Post a Comment