गुवा । सेल की किरीबुरु एवं मेघाहातुबुरु प्रबंधन ने अपने-अपने टाउनशिप क्षेत्रों में अतिक्रमण कर दुकान व मकान बनाकर रह रहे लोगों के खिलाफ सेल की स्टेट कोर्ट में केस करने की तैयारी प्रारम्भ कर दी है। सेल प्रबंधन ऐसा कदम वन विभाग के दबाव में आकर करने जा रही है। उल्लेखनीय है कि सेल की किरीबुरु एवं मेघाहातुबुरु खदान में लौह अयस्क का भंडार लगभग समाप्ति की ओर है।
प्रबंधन जहां-तहां से अयस्क उठाकर अपने स्टील प्लांटों को भेज रही है। लौह अयस्क खत्म होने से दोनों खदान बंद होंगे। इसका असर सेल की स्टील प्लांटों पर व्यापक रुप से पडे़गा। इसी समस्या का समाधान हेतु सेल की किरीबुरु प्रबंधन अपना नया साउथ ब्लॉक तथा मेघाहातुबुरु प्रबंधन अपना सेंटर ब्लॉक की पहाड़ी पर खनन हेतु वर्षों से एनओसी लेने के प्रयास में लगी है। लेकिन वन विभाग द्वारा बार-बार यह कह कर एनओसी नहीं दिया जा रहा है कि पहले अपने लीज क्षेत्रों से सारा अतिक्रमण हटायें, तब आगे की प्रक्रिया प्रारम्भ होगी।
सेल प्रबंधन के सूत्रों ने बताया कि वन विभाग के दबाव की वजह से पिछले दिनों कई बार किरीबुरु एवं मेघाहातुबुरु टाउनशिप क्षेत्रों में सैकड़ों दुकानदारों व लोगों को सेल की जमीन खाली करने हेतु नोटिस दिया गया था। लेकिन कोई भी खाली नहीं कर रहा है। ऐसी स्थिति में अब सेल की उक्त दोनों प्रबंधन अपने-अपने क्षेत्रों में स्टेट कोर्ट में मामला दर्ज करेगी। वर्षात के मद्देनजर पहले 50 फीसदी नोटिस दिये गये लोगों के खिलाफ मामला दर्ज होगा। उसके बाद बाकी बचे लोगों पर मामला दर्ज होगा।
सूत्रों ने बताया की प्रबंधन ने इस कार्यवाही के लिये अपने इएंडएल, प्रशासनिक एवं कार्मिक तथा इस्टेट विभाग को दायित्व सौंपा गया है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों दुकानदारों को नोटिस दिये जाने से संबंधित मामले के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा किरीबुरु आकर पीड़ित लोगों एवं सेल प्रबंधन से अलग-अलग वार्ता की थी। उन्होंने कहा था कि अभी सेल प्रबंधन किरीबुरु दुकानदार व लोगों को यहां से नहीं हटायेगा। इसके बाद मधु कोड़ा ने सारंडा के प्रभारी डीएफओ से वार्ता की थी। उनसे कहा था कि लोगों को बिना हटाये सेल प्रबंधन समस्या का समाधान करें। उन्होंने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री से भी मिलने की बात कही थी। लेकिन दुकान व मकान बनाये लोगों की परेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।
No comments:
Post a Comment