गुवा । बुधवार को आदर्श मध्य विद्यालय बड़ाजामदा के प्रांगण में छात्र छत्राओं ने विश्व आदिवासी दिवस मनाया। यह विश्व आदिवासी दिवस मूल निवासी आदिवासियों के अधिकारों को बढ़ावा देने और उनकी सुरक्षा के लिए प्रतिवर्ष 9 अगस्त को मनाया जाने वाला आदिवासी दिवस जिसे हम अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस के नाम से जानते हैं। इस आयोजन में विद्यालय के शिक्षकों सहित विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य/सदस्या और साथ में पंचायत समिति की उपाध्यक्षा ज्योति दास, मुखिया पार्वती देवगन और कई वार्ड सदस्य भी उपस्थित थे।
इस दौरान छात्र-छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रम के बीच बच्चों ने यह समझाने का प्रयास किया कि हम विश्व आदिवासी दिवस क्यों मनाते हैं? मौके पर प्रधानाध्यापक राजकुमार श्रीवास्तव ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दिसंबर 1994 में यह घोषित किया गया था कि विश्व की मूल आबादी जिसे हम आदिवासी के नाम से जानते हैं,उनके अधिकारों के लिए विश्व आदिवासी दिवस मनाने की शुरुआत की गई। अब यह विश्व स्तर पर मनाया जाता है और इसके माध्यम से कई गतिविधियों का भी संचालन होता है।
विश्व भर में यह दिवस आज उत्सव के रुप में मनाया जाने लगा है। ना सिर्फ भारत अपितु अफ्रीका के अनेकानेक देशों, ताइवान,फिलीपींस,पापुआ न्यूगिनी, न्यूजीलैंड ,ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में भी यह दिन धूमधाम से मनाया जाता है। इस मौके पर विद्यालय की शिक्षक एवं शिक्षिका अमीना चातोम्बा, राकेश पाठक तथा राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि आदिवासी समुदाय प्रकृति पूजक होते हैं, ये जीव-जंतु, पर्वत, नदियां, खेत, सूरज-चांद इत्यादि सभी की पूजा करते हैं। आदिवासी समुदाय मानते हैं कि प्रकृति की हर एक वस्तु में जीवन होता है। इनके सरल और सहज जीवन शैली को अपनाकर ही हम सतत् पोषणीय विकास की बात सोच सकते हैं। मौके पर स्कूल के प्रधानाध्यापक शिक्षक शिक्षिकाएं तथा बच्चे व बच्चों के अभिभावक मौजूद थे।
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