जुलाई व अगस्त माह का मानदेय अभी भी लंबित है। सुरक्षा कर्मियों ने कहा कि एजेंसी में कार्यरत पदाधिकारी कोल्हान विश्वविद्यालय में कार्यरत कर्मचारियों को समय पर भुगतान नहीं करता है, जबकि एजेंसी के पास पैसा है. जब काम में रखा जाता है तो उस समय कहा जाता कि प्रत्येक माह भुगतान कर दिया जायेगा। एजेंसी अपने स्तर से भुगतान करेगी। इसके बावजूद भी नहीं करता है।
कर्मचारियों का शोषण किया जाता है। मानदेय भुगतान को लेकर पूरी तरह से लापरवाही की जा रही है। जब भी भुगतान करने की बात कही जाती है, आश्वासन देकर वापस भेज दिया जाता है। मालूम हो कि कोल्हान विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग, प्रशासनिक भवन, पीजी विभाग समेत कुलपति आवास में लगभग 113 कर्मचारी कार्यरत हैं। एक भी कर्मी का पिछले दो माह से वेतन नहीं मिला है।
पिछले दो-तीन सालों से कोल्हान विश्वविद्यालय में आउटसोर्स कंपनी सुपर स्टार सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड को काम मिला है। इस एजेंसी का प्रत्येक साल नवीकरण होता है। बताया जाता है कि 20 लाख रुपए से अधिक प्रत्येक साल एजेंसी को भुगतान होता है, ताकि विश्वविद्यालय में सफाई और सुरक्षा व्यवस्था को दुरूस्त रखें, लेकिन इस पर गंभीरता नहीं दिखती है। एजेंसी के पदाधिकारी माह में एक-दो बार ही विश्वविद्यालय पहुंचते हैं। उधर एजेंसी का कहना है कि मानदेय भुगतान की फाइल प्रभारी कुलपति के पास लंबित है, इसलिए मामला फंसा हुआ है।
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