झारखंड के प्रसिद्ध लेखक सुनील कुमार दे द्वारा लिखित महातीर्थ मुक्तेश्वर धाम हरिणा पुस्तक का हुआ विमोचन
पोटका। पूर्व निर्धारित कार्य सूची अनुसार 14 अक्टूबर को मुक्तेश्वर धाम हरिणा के प्रांगण में झारखंड के प्रसिद्ध कवि एवं लेखक सुनील कुमार दे द्वारा रचित एतिहासिक धार्मिक पुस्तक,, महातीर्थ मुक्तेश्वर धाम हरिणा का एक भव्य समारोह में विमोचन किया गया। विमोचन समारोह का आयोजन मुक्तेश्वर धाम आश्रम समिति हरिणा ने की। यह लेखक सुनील कुमार दे का 34 वां पुस्तक है। यह पुस्तक 102 पेज का है। श्री दे बंगला और हिंदी दोनों भाषा में लिखते हैं। बंगला में 26 और हिंदी में 8 पुस्तकें प्रकाशित किया है। श्री दे कविता, कहानी, नाटक, संगीत, लेख, उपन्यास, भ्रमण कहानी, इतिहासिक पुस्तक लिखते हैं। श्री दे सचमुच एक बहुमुखी प्रतिभा के धनी साहित्यकार है जो केवल पोटका का ही नहीं, बल्कि झारखंड के रत्न जिसको राष्ट्रीय सम्मान मिलना चाहिए।
कार्यक्रम का शुभारंभ भक्ति संगीत से हुआ। शिव जी और माँ दुर्गा का भजन प्रस्तुत किया कमल कांति घोष, सुनील कुमार दे, रेवा गोस्वामी, लोचना मण्डल, सुजाता मड़ल आदि ने। उसके बाद पुस्तक विमोचन का कार्यक्रम द्वीप प्रज्वलन एवं शंखध्वनि से शुरु हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता बज्रांकण दंडपट द्वारा किया गया। स्वागत भाषण के माध्यम से मुक्तेश्वर धाम आश्रम समिति के सचिव कमलकांत नायक ने सभी अतिथियों को स्वागत किया। स्वागत संगीत बीथिका मंडल ने प्रस्तुत की।
मुख्य अतिथि के रूप में पधारे विधायक संजीव सरदार, विशिष्ट अतिथि हरिना पंचायत के मुखिया सरस्वती मुर्मू, पूर्व जिला परिषद सह कवि करुणामय मंडल, जागुड़ संस्था के संस्थापक जन्मेजय सरदार, जिला परिषद प्रतिनिधि मनोज सरदार,कापड़ गादी बिकाश समिति अध्यक्ष दिनेश सरदार के साथ तमाम अतिथियों के द्वारा विधिवत महातीर्थ मुक्तेश्वर धाम किताब का विमोचन किया गया।
विमोचन के पश्चात किताब के पृष्ठभूमि पर शंकर चंद्र गोप, विथिका मंडल, सुधांशु शेखर मिश्र, मनोज कुमार सरदार मुखिया सरस्वती मुर्मू, करुणा मण्डल मंडल, जनमेजय सरदार आदि ने अपना विचार प्रकट किया। मुख्य अतिथि माननीय विधायक संजीव सरदार ने कहा,,, मुक्तेश्वर धाम हरिणा के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहेगा और मुक्तेश्वर धाम के इतिहास में यह स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। उन्होंने सुनील कुमार दे का प्रशंसा करते हुए क्षेत्र के साहित्यकार,कवि एवं वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर राज्य स्तर पर सम्मान दिलाने की बात कही।
इसके पश्चात कवि गोष्ठी शुरू की गई जिसमें सुनील कुमार दे, शंकर चंद्र गोप, भवतारण मंडल, बिकास कुमार भगत, करुणा मण्डल मंडल, विथिका मंडल, जय हरि सिंह मुंडा, विश्वामित्र खंडायत, आशुतोष मंडल, रिढू महतो, सुजाता मंडल आदि ने स्वरचित कविता पाठ किया। संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन माताजी आश्रम के सचिव राजकुमार साहू ने किया। एवं धन्यवाद ज्ञापन सामाजिक कार्यकर्ता उज्जवल कुमार मंडल ने किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में आश्रम समिति केअम्बुज दण्डपाट, बाबा जी महाराज दास, विकास पांडा, निरंजन बारिक, गौर चंद्र साहू, राजेश बेहरा, अनिरुद्ध नायक, राजेश दास ,कुशध्वज खंडवाला, असित कुमार मंडल ,दीपक मंडल, पल्टू मंडल आदि की मुख्य भूमिका रही। इस अवसर पर डॉक्टर अनूप कुमार मंडल, कमल कांति घोष, महितोष मण्डल, कृष्ण गोप, कृष्ण मंडल, सहदेव मंडल, अमल बिस्वास, निवारण मोदी, तपन मण्डल, तपन कुमार मंडल, बलराम गोप, मोहितोष गोप, भानु राणा, संजय साहू, नित्यानंद गोस्वामी, हीरालाल दे, तड़ित मंडल, मुकुल मण्डल, संजीव साह, मृणाल पाल, देव् रंजन मंडल, अशोक नायक, शक्ति पद रजक, झरना साहू, सावित्री गोप,अंजली मंडल, शालमा हांसदा, रीता मंडल, रीना मंडल, छवि रानी मंडल, देवरंजन मंडल आदि उपस्थित थे।
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