अशोक बाबाजी एक निर्भीक,कर्मठ और समर्पित संत थे,,,,सुनील कुमार दे
हाता। महामाया आश्रम के संचालक,रूपकार तथा तारा मा के साधक पूजनीय अशोक दास बाबाजी का निधन बिगत 15 नवंबर 2023 को सुबह7.04 बजे हो गया। वे 70 वर्ष के थे तथा काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। वे 20 वर्ष पहले तारापीठ से पोटका प्रखंड में आये थे।वे करीब 5 साल हरिणा के मुक्तेस्वर धाम में थे। उसके बाद बिगत 15 वर्ष से महामाया आश्रम में सेवा दे रहे थे।
उनके कार्य काल मे आश्रम का सारा विकास और मंदिर आदि का निर्माण हुआ है। उनके आकस्मिक निधन से महामाया आश्रम तथा इलाके के अपूरणीय क्षति हुई है। उनके आकस्मिक निधन से हाता के माताजी आश्रम परिवार की ओर से सुनील कुमार दे, रघुनंदन बनर्जी, शंकर चंद्र गोप, दुलाल मुखर्जी, हीरालाल दे, कमल कांति घोष, राजकुमार साहू, कृष्ण पद मंडल, मोनी पाल, अजित सरदार, जय हरि सिंह मुंडा, उज्वल मंडल, बलराम गोप, महितोष मंडल, हेम चंद्र पात्र, संजीव साह, देव रंजन मंडल आदि ने शोक जताया है।
विगत 15 नवंबर संध्या 7 बजे आश्रम के रामकृष्ण मंदिर में संध्या आरती के पश्चात बाबाजी की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया और भगवान से शांति के लिए प्रार्थना की गई। इस अवसर पर सुनील कुमार दे ने कहा,,,अशोक दास बाबाजी एक निर्भीक,कर्मठ और तारा मा के लिए समर्पित संत थे। वे हमारे माताजी आश्रम के साथ भी जुड़े हुए थे। उनके साथ हम सभी का काफी मधुर संबंध था। उनकी आकस्मिक निधन सभी के लिए काफी दुखदायी है।समाज के लिए उनका योगदान हम कभी भूल नहीं सकते।
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