उन्होंने बहुत ही प्रभावी ढंग से अपने प्रकल्प की व्याख्या भी की । इसमें विद्यार्थियों के द्वारा संसाधन के प्रकार , संसद भवन बेरोजगारी के प्रकार, खाद्य श्रृंखला, वस्तु विनिमय,जेसीबी , पाषाण काल , झारखंड की संस्कृति, पुष्प के अंग , ईदगाह, फसल, ग्राम श्री , अशोक स्तंभ, कन्यादान, मिठाई वाला, रेलवे स्टेशन, पास्कल नियम, हृदय की संरचना, डीएनए इत्यादि पर प्रोजेक्ट बनाए गए।
प्रदर्शनी के अवलोकन हेतु गीतिलता प्लस टू हाई स्कूल के विद्यार्थियों ने भी अपनी उपस्थिति दी। प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए कॉलेज के सेक्रेटरी गौरव कुमार बचन ने कहा कि बी एड के सिलेबस में टीएलएम की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। प्रतिवर्ष हम लोग इस तरह के प्रदर्शनी का आयोजन करते हैं। कक्षा को रोचक बनाने और विद्यार्थियों के अधिगम को स्थायी करने हेतु शिक्षकों को सदैव टीचिंग लर्निंग मेटेरियल का प्रयोग करना चाहिए।
इस प्रदर्शनी में संग्राम, पोटका के प्रधानाध्यापिका बेबी रानी मंडल, हाई स्कूल गीतिलता के शिक्षक शिक्षिकाएं रूपी मुर्मू, भूपेश भकत,रासबिहारी महतो, सावित्री मुर्मू और निर्मल सरदार भी अपने विद्यार्थियों के साथ उपस्थित थे। सभी व्याख्यातागणों ने हर माॅडल की सराहना की और विद्यार्थियों को यह संदेश दिया कि वो इसे कक्षा में भी अवश्य प्रयोग करें।
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