जमशेदपुर। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा एक करोड़ 88 लाख की लागत से फिल्टर प्लांट निर्माण कार्य 16 सितंबर से शिलान्यास के बाद से बंद था। कार्यपालक अभियंता सुमित कुमार के आदेश पर कार्य को शुभारंभ किया गया। सुमित कुमार ने कहा था ठेकेदार के पास मजदूर की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। इसलिए कार्य में विलंब हो रहा है, एक सप्ताह का समय दें । विभाग को समय दिया गया था। एक सप्ताह के अंदर आज से तेजी से कार्य को ठेकेदार के मजदूर के द्वारा शुभारंभ कर दिया गया है समय सीमा पर फिल्टर प्लांट का कार्य को पूरा कर बाग बेड़ा की 1140 घरों के 20000 जनता को स्वच्छ पानी पिलाने का कार्य किया।
सुबोध झा अध्यक्ष बागबेड़ा महानगर विकास समिति जिला भाजपा नेता ने कहां झारखंड हाई कोर्ट के आदेश पर फिल्टर प्लांट निर्माण का कार्य चालू किया गया था। स्वच्छ पेयजल पिलाने की मांग को लेकर बड़े पैमाने पर आंदोलन हुआ ,झारखंड हाई कोर्ट मैं मुकदमा दर्ज किया गया कोर्ट के आदेश के बाद 27 अप्रैल से काम चालू था। शिलान्यास के बाद रोककर बेवजह का समय बर्बाद किया गया। फिल्टर प्लांट निर्माण कार्य में दो नए मोटर का भी व्यवस्था उपलब्ध है।
7 महीना अगर क्रमबद्ध काम सुचारू रूप से चलते रहता तो आज जनता को स्वच्छ पानी मिल सकता था। कार्यपालक अभियंता सुमित कुमार के आदेश अनुसार की समय सीमा पर पानी उपलब्ध कराया जाएगा 4 जुलाई 24 तक नया मोटर लगाकर जनता को यथाशीघ्र पानी उपलब्ध कराया जाए। आज 7 दिनों से बागबेड़ा हाउसिंग कॉलोनी में पानी की सप्लाई बंद है। जनता बूंद बूंद पानी के लिए तरस रही है। बागबेड़ा में दिसंबर महीने में 300 से नीचे पानी का लेयर चल गया है कई घरों के मोटर जो है पानी देना बंद कर दिया है।
यथाशास्त्र मोटर लगाकर पानी की सप्लाई शुरू किया जाए। सुबोध झा ने कहा विभाग द्वारा किसी तरह से कार्य को चालू करवा दिया गया है। मुझे शंका है जिस प्रकार की टीम लाकर के कार्य को किया जा रहा है इससे समय सीमा पर कार्य पूर्ण नहीं हो सकता है जिला प्रशासन अभिला मिले और सही तरीके से समय सीमा पर काम को पूरा कर कर शुद्ध पेयजल बाग बड़ा कॉलोनी वासियों को उपलब्ध कराने का कष्ट करें।
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