चक्रधरपुर। पश्चिम सिंहभूम जिले के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र गुदड़ी थाना क्षेत्र के रायगड़ा में पुलिस मुखबिरी के आरोप में भाकपा माओवादी हथियार बंद नक्सलियों ने गुदड़ी प्रखंड के पूर्व उपप्रमुख कमल पुरती का अपराह्न कर गोली मारकर हत्याकर दी। यह खुलासा मंगलवार को शव लेकर पोस्टमार्टम करने चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल पहुंचे परिजन व ग्रामीणों ने की। उन्होंने बताया कि सोमवार को गुदड़ी प्रखंड के पूर्व उपप्रमुख कमल पुरती रायगडा़ गांव आया और मनरेया से निर्माण हो रहे सिंचाई कुआं का जायजा ले रहा था। तभी अचानक दो युवक उसके पास पहुंचे और कमल पुरती को पीछे से पकड़ लिया। जिसके बाद कुछ देर में 7-8 की संख्या में हथियार बंद भाकपा माओवादी नक्सली आ धमके।
उसके बाद कमल पुरती को हथियार के बल पर बंधक बनाकर सड़क से कुछ दूर जंगल की ओर ले गए। जहां नक्सलियों ने कमल पुरती की जमकर पिटाई की। इस बीच कमल पुरती मौका देखकर भागने की कोशिश किया, तो एक नक्सली ने उसे सिर में बंदुक सटाकर गोली मार दी। जिससे कमल पुरती की घटना स्थल में ही मौत हो गया। घटना को अंजाम देने के बाद नक्सलियों ने घटनास्थल पर एक परचा छोड़ा। जिसमें लिखा गया था कि पूर्व उपप्रमुख कमल पुरती पुलिस का मुखबिरी करता है। जिसका अंजाम मौत की सजा है। नक्सलियों ने हत्या का जिम्मेदारी लिया है। इधर देर शाम को पोस्टमार्टम करने के बाद मृतक शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया।
घर में अकेले कमाने वाला था कमल, चार बेटियों के सिर से उठा पिता का साया : गुदड़ी प्रखंड के पूर्व उपप्रमुख कमल पुरती को छोटे-छोटे चार बेटियां है। पिता की मौत के बाद चारों बेटियों के सिर से पिता का साया उठ गया है। मां पत्नी व बच्चों का भरण-पोषण कैसे होगा, इसकी चिंता ग्रामीण कर रहे हैं। मृतक के चचेरा भाई सारण पुरती ने बताया कि कमल पुरती का एक भाई है। जो रोजीरोटी के लिए प्रदेश गया है। घर में कमल के मां, पत्नी व चार बच्चे रहते हैं। सभी लोगों का भरण-पौषण का जिम्मा कमल पर था। पत्नी कुमुद बोदरा, बटी बेटी अनुष्का पुरती, खुशबू पुरती, श्रृष्टि पुरती, प्रियंका पुरती है।
सरकार मृतक के पत्नी को दे सरकारी नौकरी और मुआवजा : जिप सदस्य सुनीता लुगुन : गुदड़ी प्रखंड के जिप सदस्य सुनीता लुगुन ने कहा कि मृतक के घर में कमाने वाला एक ही व्यक्ति कमल पुरती था। जिसकी हत्या हो गई। इससे परिवार के समक्ष आफत टूट पड़ा है। उसके घर में चार छोटे-छोटे बच्चियां है। मां और पत्नी भी है। इसलिए मृतक कमल के पत्नी को सरकार सरकारी नौकरी व परिवार की भरण-पौषण के लिए मुआवजा दिया जाए। हांलाकि जिप सदस्य के साथ अस्पताल पहुंचे लोगों ने कहा कि अगर सरकार न्याय नहीं करती है, तो आंदोलन किया जाएगा।
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