जमशेदपुर। विक्रम संवत 2080 शक संवत 1945 दिन मंगलवार को मार्गशीष कृष्ण पक्ष के अष्टमी तिथि को मां वैष्णो देवी ट्रस्ट के तत्वाधान में नागा मंदिर बेल्डीह मे श्री काल भैरव की जयंती भव्य रूप व काफी धूमधाम के साथ मनाई गई। वहीं मंदिर में भक्तों द्वारा पूजा अर्चना का कार्यक्रम सुबह 9.30 से किया गया एवम पुष्पांजलि 10.15 AM तथा सामूहिक होम 10.30AM और आरती का कार्यक्रम सुबह 11 बजे संपन्न हुआ। इस अवसर पर रंग बिरंगे फूलों से भैरवजी का भव्य श्रृंगार किया गया। सैकड़ों भक्तगण इस अवसर पर मंदिर परिसर में आकर काल भैरव जी का दर्शन कर पुण्य के भागी बने और पूजा में सम्मिलित हुए। होम के उपरांत सभी भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया गया। मौके पर संस्था के ट्रस्टी शशि तिवारी ने कहा कि हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी को कालाष्टमी का व्रत किया जाता है, लेकिन मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली अष्टमी को काल भैरव अष्टमी के नाम से जाना जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान काल भैरव का अवतरण हुआ था। भगवान काल भैरव को भगवान शिव (Lord Shiva) का रुद्र स्वरुप बताया गया है। मान्यता है कि भक्तों के लिए काल भैरव दयालु, कल्याण करने वाले और अतिशीर्घ प्रसन्न होने वाले देवता हैं. लेकिन अनैतिक कार्य करने वालों के लिए ये दंडनायक है। इतना ही नहीं, ऐसा भी माना जाता है कि अगर इनके भक्तों का कोई अहित करता है तो उसे तीनों लोकों में कहीं भी शरण नहीं मिलती।
मान्यता है कि काल भैरव भगवान को प्रसन्न करने के लिए मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की अष्टमी काफी विशेष होती है। अगर काल भैरव से जुड़े कुछ उपायों को कर लिया जाए, तो आपको जीवन की बाधाओं और परेशानियों से मुक्ति मिल सकती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस अवसर पर संस्था के ट्रस्टी शशि तिवारी के साथ सुरेश तिवारी, शंभू तिवारी, बने भूषण तिवारी के अलावा मंदिर के सदस्य बाबू, प्रदीप अग्रवाल, सतेंद्र सिंह, कार्तिक, मीता गांधी, जितेंद्र पाठक, मून मून भौमिक, राशि तिवारी, ओंकार, सीमा, कशिश, सागर सिंह आदि उपस्थित थे। संध्या के समय द्वीप प्रज्वलित कर काल भैरव जी की भव्य आरती भी की गई।
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