जमशेदपुर। 1-2 दिसंबर अंतरराष्ट्रीय साहित्य मेला वृंदावन में आयोजित की गई। जिसमें देशभर के सैकड़ों रचनाकार और कलाकारों ने अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करायी। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रख्यात आध्यात्मिक गुरु ऋतंभरा, प्रख्यात गीतकार डॉ बुद्धिनाथ मिश्र व साहित्योदय के संस्थापक अध्यक्ष पंकज प्रियम ने किया। 'कृष्णायन' महाकाव्य और महोत्सव के सम्पादन संयोजन, हेतु मधुपुर के युवा कवि पंकज प्रियम को साध्वी ऋतंभरा ने लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ग्रेटेस्ट रिकार्ड से सम्मानित किया। वृंदावन के वात्सल्य ग्राम परिसर स्थित मीरा माधव रेस्टोरेंट के विशाल प्रेक्षागृह में साहित्योदय के दो दिवसीय कृष्णायन साहित्य महोत्सव का भव्य आयोजन हुआ।
1 दिसंबर को वात्सल्य ग्राम की दीदी माॉं पूज्य साध्वी ऋतंभरा जी एवं साहित्योदय के संरक्षक डाॅ बुद्धिनाथ मिश्र एवं पंकज प्रियम के कर कमलों से दीप प्रज्वलन के बाद सह संस्थापक किशोरी भूषण ने सरस्वती वंदना और साहित्योदय गीत गाया। 2 दिसंबर को महोत्सव के समापन समारोह में अपने आशीर्वचन देते हुए आदरणीय दीदी माॅं ने कहा -"वात्सल्य ग्राम के पवित्र वात्सल्यपूर्ण वातावरण में देशभर के विशिष्ट कवियों का आना इस प्रांगण के लिए भी मूल्यवान है।
साहित्योदय में एक एक कवि एक मोती के बराबर हैं जिनके मिलने से ही यह साहित्योदय विशाल मंच बन पाया। भारतीय वांग्मय के विराट चरित्र प्रभु श्री राम उसके बाद इस समय कृष्ण को आधार बनाकर कृष्णायन की रचना की गई। आगे की जानकारी पंकज प्रियम ने दी है कि वह भगवान शिव पर ऐसे ही विशिष्ट रचना करेंगे। जिसमें पूरे देश विदेश से हिंदी साहित्यकार भाग लेंगे।
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