चक्रधरपुर। झारखंड जेनरल कामगार युनियन व आदिवासी किसान मजदूर पार्टी के बैनर तले रेलवे ठेका मजदूरों की विभिन्न समस्याओं को लेकर मंगलवार को चक्रधरपुर रेल मंडल कार्यालय के समीप एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। इसके बाद झारखंड जेनरल कामगार यूनियन के केंद्र अध्यक्ष जॉन मिरल मुंडा ने मंडल रेल प्रबंधक अरुण जे राठौड़ को रेल ठेका मजदूर की विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग करते हुए एक मांग पत्र भी सौंपा।
धरना प्रदर्शन से पहले आदिवासी किसान मजदूर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने चक्रधरपुर प्रखंड कार्यालय से लेकर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय तक पदयात्रा की, जिसके पश्चात धरना प्रदर्शन किया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए झारखंड जनरल कामगार यूनियन के केंद्र अध्यक्ष जॉन मिरल मुंडा बताया कि रेलवे लाइन में काम करने वाले ठेका मजदूरों का ठेकेदारों के द्वारा शोषण किया जा रहा है।
उन्हें केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित तय न्यूनतम मजदूरी दर 504 रू० नहीं देकर सभी अलग-अलग जगहों में 220, 250 तो कही 300 रुपया तक दिया जा रहा है, जो मजदूरों का साथ शोषण है। इसके अलावा मजदूरों को वेज स्लीप, हाजरी कार्ड, पहचान पत्र भी नहीं दिया जाता है। उन्होंने बताया कि सिंहपुखरिया रेलवे स्टेशन में विगत 8 नवम्बर को बिना सेफ्टी बेल्ट लगाए एवं सुरक्षा का ध्यान नहीं रखे जाने के कारण मजदूर मोहन खण्डाईत की उपर से गिरकर मौत हो गई।
यह घटना ठेकेदार एवं अन्य अभियंता की घोर लापरवाही के करण घटना घटी हैं।श्री मुंडा ने डीआरएम के समक्ष मांग रखा है की ठेका मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी, वेज स्लीप, पहचान पत्र की गारंटी दिया जाए। इसके साथ ही मृतक मोहन खण्डाईत के परिजनों को 20 लाख रुपये की मुआवजा एवं सरकारी नौकरी दिया जाने व दोषी ठेकेदार का लाइसेंस रद्द करते हुए उसके उपर कानूनी कार्रवाई करने कि मांग की गई है। इस दौरान काफी संख्या में मजदूर और मजदूर नेता उपस्थित थें।
मांग पत्र प्रतिलिपि कॉपी प्रधानमंत्री भारत सरकार नई दिल्ली, श्रम मंत्री केन्द्रीय भारत सरकार नई दिल्ली, श्रम आयुक्त केन्द्रीय भारत सरकार नई दिल्ली,उप श्रम आयुक्त केंद्रीय जगजीवन नगर धनबाद, सहायता आयुक्त केंद्रीय चाईबासा पश्चिमी सिंहभूम के साथ ठेका मजदूरों का सूची सौंपी गयी हैं।
No comments:
Post a Comment