गुवा। बड़ाजामदा बाजार की मुख्य सड़क पर अलग-अलग तीन मोटरसाइकिल दुर्घटना में तीन लोग घायल हुये। यह मोटरसाइकिल दुर्घटना सड़क पर बैठी धूल की मोटी परत के ऊपर पानी का छिड़काव के कारण होने वाली कीचड़ व फिसलन की वजह से हुआ। बड़ाजामदा के लोगों ने बताया कि झारखण्ड व ओडिशा के विभिन्न खदान प्रबंधनों व कंपनियों का लौह अयस्क प्रतिदिन हजारों वाहनों से बड़ाजामदा के रास्ते रेलवे साइडिंग व अन्यत्र भेजी जाती है। इन वाहनों से लौह अयस्क का चूर्ण व धूलकण मुख्य सड़क पर भारी पैमाने पर गिरकर मोटी परत के रुप में जमा हो गयी है।
जब पानी का छिड़काव सड़क पर नहीं होता है तब वाहनों के परिचालन से पूरा धूलकण उड़कर शहर में भारी प्रदूषण फैलाता है। लोगों के घरों व दुकानों में धूलकण बैठ जाता है। दुकान के नये कपडे़ व अन्य सामान को गंदा कर देता है। इस कारण उनके सामान को कोई खरीदना नहीं चाहते हैं। भारी प्रदूषण की वजह से चारों तरफ अंधेरा छा जाता है। इसके खिलाफ जब आवाज उठायी जाती है तो कंपनियां सड़क पर टैंकर से पानी का छिड़काव करती है। हल्का पानी डालने की वजह से सड़क पर पड़ी धूल की मोटी परत कीचड़ में तब्दील हो जाती है। कीचड़ व फिसलन भरी सड़क पर धीमी रफ्तार में भी मोटरसाइकिल चलाना काफी जोखिम भरा हो जाता है।
ऐसे में प्रतिदिन कोई न कोई मोटरसाइकिल सवार इस कीचड़ भरी सड़क पर फिसल कर गिरते रहते हैं। किसी को गंभीर तो किसी को हल्की चोटें प्रतिदिन लगती है। मोटरसाइकिल को नुकसान पहुंचता है। वाहनों के आवागमन से यह कीचड़ छिटक कर लोगों के कपडे़, जूते आदि गंदा करता है। लोगों ने कहा कि बड़ाजामदा की सड़कों पर बैठी धूल की मोटी परत व कीचड़ को अयस्क ढुलाई कार्य में लगी कंपनियां जल्द साफ कराये व सड़कों की धूल को मोटर के सहारे पानी का प्रेशर से बीच-बीच में हटाने का कार्य करे। ऐसा नहीं करने पर हम लोग सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे।
No comments:
Post a Comment