सीनियर डीएमओ मनोज कुमार ने बताया कि 1934 के दशक में स्थापित बड़ाजामदा रेलवे स्टेशन की बहुत जल्द कायाकल्प होने जा रहा है। रेलवे स्टेशन की पूर्णविकास के लिये 14 करोड़ 75 लाख रुपये की स्वीकृति मिली है।बताया कि झारखंड राज्य के अंतिम छोर में स्थित इस स्टेशन को देश के तेजस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 'अमृत स्टेशन' योजना में शामिल की है। कार्यक्रम में मुख्य अथिति की हैसियत से आमंत्रित प्रधान शिक्षक राजकुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बड़ाजामदा में हाल ही के दिन रेलवे जमीन पर बसे करीब 72 लोगों के दुकानों व मकानों को तोड़ दिया गया है।
विस्थापित लोगों को अबतक पुनर्वास की व्यवस्था नहीं कराई गई। इसके लिये रेलवे विभाग को उनकी परिवार को चलने लायक ब्यवस्था कराने का मांग किया है। हाल ही के दिन स्कूल स्तर पर आयोजित लेख प्रतियोगिता, चित्रांकन, वाद-विवाद, क्विज, पेंटिंग आदि प्रतियोगिता में अव्वल स्थान प्राप्त किये छात्रों को मुख्य अथितियों ने ट्रॉफी समेत प्रशस्ति प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। मौके पर पहुंचे जिप सदस्य देबकी कुमारी, एससी मोर्चा जिलाध्यक्ष शंभु हाजरा, भाजपा नेता मंगल गिलुवा आदि ने भी विचार साझा किया।
मौके पर बड़ाजामदा रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर एमके महालिक, बड़बिल स्टेशन के स्टेशन मास्टर बिनोद कुमार, डिटीआई आलोक कुमार के अलावा मुखिया पार्वती देवगम, दुर्गा प्रसाद देवगम, आरके प्रधान, गोवर्धन चौरासिया, मनोज सुल्तानिया, महेंद्र महाकुड़ आदि मौजूद थे। मंच संचालन रेलवे के पर्सनल विभाग के उमेश सिंह कर रहे थे।
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