चक्रधरपुर। झारखंड सरकार द्वारा गरीबों को पक्का मकान बने इसको ध्यान में रखकर अबुआ आवास योजना लेकर आया है, लेकिन योजना की सूची बनाने में त्रुटियां से नाराज होकर गुरुवार को चक्रधरपुर प्रखंड कार्यालय परिसर में चक्रधरपुर मुखिया संघ द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। मुखिया को कहना है कि जो त्रुटियों आवास योजना में हुआ है उसे तत्काल सुधारने की जरूरत है। धरना प्रदर्शन का नेतृत्व मुखिया संघ के अध्यक्ष सह सुरबुडा पंचायत के मुखिया जंगल सिंह गागराई ने की। धरना प्रदर्शन के बाद मुखिया संघ के द्वारा सीएम के नाम चक्रधरपुर के बीडीओ को पांच सूत्री मांग पत्र सौंपकर त्रुटी को सुधारने की मांग की गयी है, ताकि सही लाभुकों को अबुआ आवास का लाभ मिल सके।
इस दौरान मुखिया जंगल सिंह गागराई ने कहा कि ग्राम सभा में जो सूची बनी थी उस सूची के आधार पर लोगों को प्राथमिकता देते हुए अबुआ आवास का लाभ नहीं दिया गया है। ऐसे लोगों को अबुआ आवास का लाभ दिया जा रहा है जो इसकी अहर्ता भी नहीं रखते हैं। डीसी से वार्ता हुई थी तो उन्होंने आश्वसन दिया था की मुखिया की मांगों पर ध्यान दिया जायेगा, लेकिन अबुआ आवास के सूची को सुधार नहीं गया। जिसके कारण आज मुखिया संघ धरना देने को मजबूर हुए हैं। वहीं इटोर पंचायत के मुखिया सोमनाथ कोया ने कहा कि 23 पंचायत के ग्रामीण और मुखिया आज धरना दे रहे हैं। यह बहुत बड़ी योजना है सरकार की, लेकिन इस योजना का लाभ सही लाभुक को नहीं मिल रहा है।
सूची में ऐसे लोगों का नाम है जिनका पहले से पक्का मकान है। सबसे बड़ा ग्राम सभा को माना जाता है, लेकिन ग्राम सभा से पारित सूची को प्राथमिता नहीं दी जा रही है। आज ग्राम सभा का सरकार में कोई महत्व नहीं रहा। वहीं झामुमो नेता सह समाजसेवी मंटू गागराई ने कहा कि जिन लोगों का पहले से पीएम आवास है, जो लोग नौकरी-पेशा में हैं, ऐसे लोगों का अबुआ आवास की लिस्ट में नाम आ गया है। जिससे साफ है की अबुआ आवास योजना की लिस्ट जारी करने में त्रुटी हुई है। आवेदन नहीं करने वालों का भी नाम अबुआ आवास में आ गया है। ग्राम सभा की लिस्ट को ध्यान नहीं दिया गया है। ऐसी स्थिति में ग्राम सभा से भी लोगों का विश्वास उठ गया है। प्रखंड वाले जिला और जिला वाले प्रखंड कार्यालय पर गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं और ग्रामीण ठगे महसूस कर रहे हैं। मौके पर मुखिया मेलानी बोरदा, लक्ष्मी केराई, साहेब हेंम्ब्रम, सेलाई मुंडा, आंति सामड समेत 23 पंचायत के मुखिया एवं ग्रामीण मौजूद थे।
No comments:
Post a Comment