जमशेदपुर। शहर के अधिवक्ता एवं पत्रकार कुलविंदर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एवं उपमुख्यमंत्री अजित पवार को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने सिखों की भावनाओं का सम्मान करते हुए कानून 2024 को स्थगित किया है। कुलविंदर सिंह के अनुसार खालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोविंद सिंह जी राष्ट्रवाद के सबसे बड़े प्रतीक हैं। उन्होंने मानवता की रक्षा, राष्ट्र की रक्षा और धर्म की रक्षा के लिए सर्वस्व निछावर किया।
उनके पिता गुरु तेग बहादुर, परदादा गुरु अर्जन देव चारों बेटे एवं मां ने शहादत प्राप्त की और पूरा राष्ट्र इनका ऋणी है। श्री हजूर साहब गुरु गोविंद सिंह जी का अबचल नगर प्रस्थान से जुड़ा है और पूरे देश दुनिया के सिख एवं अन्य श्रद्धालु यहां पहुंच कर अपना जन्म सफल करते हैं। ऐसे में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी हो या चीफ खालसा दीवान या हजूर खालसा दीवान, इनके साथ ही सभी राज्यों के प्रमुख सिख बुद्धिजीवियों को इस कमेटी के साथ जोड़ा जाना चाहिए जिससे इसे राष्ट्रीय स्वरूप प्राप्त हो। ऐसा होने पर यहां से एक मजबूत अखंड राष्ट्र की जड़ों को मजबूती मिलेगी। इस उद्देश्य प्राप्ति के लिए पांच महान तत्वों के जत्थेदार से भी मार्गदर्शन लेने की जरूरत है।
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