जमशेदपुर। बहु भाषीय साहित्यिक संस्था सहयोग की तरफ से पद्मश्री डॉक्टर उषा किरण खान को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। डाॅ जूही समर्पिता ने बताया कि डॉक्टर उषा किरण खान एक बहुत प्रतिष्ठित कथाकार थी और उन्हें उनकी मैथिली उपन्यास 'भामती" के लिए पुरस्कृत भी किया गया था। जमशेदपुर उन्हें कई बार साहित्य कार्यक्रमों में आमंत्रित किया गया जा चुका है।
जब भी वह जमशेदपुर आती मुझे जरूर खोजती थी श्रीनाथ के हिंदी महोत्सव कार्यक्रम में भी उन्हें 5 वर्ष पहले बुलाया गया था तब वह हमारे घर पर भी आई थी। डॉक्टर उषा किरण खान मगध महिला कॉलेज पटना में हिंदी की प्रोफेसर थी। उनके पति रामचंद्र खान आईपीएस थे। जिनका निधन 5 वर्ष पहले हो चुका था।
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