गुवा। दंतैल हाथी का उत्पात सारंडा जंगल स्थित शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में आज पांचवें दिन भी जारी रहा। 21 फरवरी की अहले सुबह लगभग चार बजे उक्त हाथी गुवा वन क्षेत्र के छोटानागरा थाना अन्तर्गत बहदा गांव में जाकर गुरा चाम्पिया के घर को तोड़कर घर में रखा हुआ धान, चावल, मक्का आदि खा गया और सामानों को भी नुकसान पहुंचाया। घर में मौजूद गुरा चाम्पिया किसी तरह अपने परिवार व बच्चों के साथ भागकर जान बचाया। घटना की सूचना मिलते ही सारे ग्रामीण सतर्क व एकत्रित होकर उक्त हाथी को गांव से भगाने में लग गये, जिस कारण वह हाथी और घरों को नुकसान नहीं पहुंचा सका।
बहदा गांव निवासी पूर्व वार्ड सदस्य कामेश्वर माझी ने बताया की 20 फरवरी को कलैता, मर्चीगडा़ के ग्रामीण उक्त हाथी को अपने गांव क्षेत्र से भगाये थे, जो आज सुबह हमारे गांव पहुंच गया। हम ग्रामीण भी भगा रहे हैं जिससे हाथी होंजोरदिरी गांव क्षेत्र के जंगलों में पुनः चला गया है। संभावना है कि उक्त हाथी फिर से कुमडीह, रांगरिंग, कलैता, मर्चीगडा़, टोंटोगडा़, झाड़बेडा़ अथवा किरीबुरु-मेघाहातुबुरु क्षेत्र के गावों अथवा शहरों की तरफ रुख करें। इससे उक्त गांवों व शहरों के लोग सतर्क रहें।
इस हाथी की सबसे अच्छी खासियत अब तक यह दिखी है कि वह किसी ग्रामीण अथवा मानव समुदाय को निशाना नहीं बना रहा है। वह हमेशा लोगों के घरों को निशाना बनाकर घरों को तोड़ उसके अंदर रखे खाद्यान्न को ही खा रहा है। दिन में वह जंगल में छुप जाता है और अंधेरा होते ही गांव अथवा शहरों में जाकर उत्पात मचाने लग रहा है। हाथी लोगों की भीड़ अथवा आग, पटाखा, तेज शोर आदि से भी नहीं डरता है। यह ऐसा कृत्य करने व आवासीय क्षेत्रों में जाने का आदि हो चुका है। यहीं वजह है कि अब तक यह हाथी दर्जन भर घरों को तोड़ चुका है। वन विभाग के निरंतर प्रयास के बावजूद वह भाग नहीं पा रहा है। वन विभाग का कहना है कि यह हाथी ओडि़सा से है और अकेला घूम रहा है।
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