जमशेदपुर। जमशेदपुर बार एसोसिएशन तदर्थ कमेटी के सदस्य एवम वरीय अधिवक्ता टीएन ओझा ने न्यू बार बिल्डिंग के चैंबर्स का बकाया मद की राशि जमा करने का आग्रह किया है। जो तकरीबन बारह साल से नियमित रूप से जमा नहीं हो रहा है। यह राशि 70 लाख रुपए के करीब बनती है। वरीय अधिवक्ता टीएन ओझा के अनुसार एसोसिएशन में हजारों आजीवन सदस्य हैं और वे उन सुविधाओं से वंचित है जो 70 चैंबर्स के साथी ले रहे हैं।
तदर्थ समिति के सदस्य के अनुसार उन्होंने लिखित रूप में इस आशय का पत्र कई बार कार्यकारिणी में जवाबदेही ज़िम्मेदारी रखने वालों को दिया है। नतीजा शून्य रहा है। संयोजक व अधिवक्ता टीएनओझा के अनुसार वे इसकी जानकारी चुनाव कमेटी 2024 को भी दे चुके हैं। उनके अनुसार वे पिछले 1 साल से इस प्रयास में लगे थे कि बार एसोसिएशन का यह पैसा है और इसके खाते में जमा हो जाए। उनके अनुसार चेंबर रखने वाले कई साथियों ने भी लिखित रूप से किस्तों में राशि जमा करने की हामी भरी है। यह बार एसोसिएशन के पूर्व पदाधिकारियों की नाकामी रही है कि उन्होंने अपनी जिम्मेदारी जवाब देही का निर्वहन नहीं किया और किसी तरह की बकाया राशि वसूल करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई और खुद भी बकायेदार हैं। कैंटीन वाले ने बकाया भुगतान में रुचि नहीं दर्शाई और आना-कानी करने पर उसका विद्युत संयोजन काट दिया गया।
उनके अनुसार यह विडंबना है कि जो वकील लोगों को न्याय दिलाता है, न्याय के प्रति भरोसा जगाता है, झूठ, फरेब और अन्याय के खिलाफ लड़ने को प्रेरित करता है। उन्हीं वकीलों की गौरवशाली संस्था वित्तीय अव्यवस्था झेलने को मजबूर है। अधिवक्ता टीएन ओझा कहते हैं कि उन्होंने ईमानदारी से पिछले 1 साल से इस दिशा में प्रयास किया है। साथी वकीलों को इसकी जानकारी होनी चाहिए कि उनकी ओर से किसी तरह की कोताही नहीं हुई है। उनके अनुसार चुनाव कमेटी की यह वैधानिक बाध्यता है कि वह उस दिशा में आवश्यक कार्रवाई करे।
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