चक्रधरपुर। साधु के वेश में घूमने वाले दो चोर को रंगे हाथ पुलिस ने तीन लोगों की सहायता से गिरफ्तार कर लिया। साथ ही चोरी हुई गहना को बरामद कर लिया है। महज यह संजोग था कि पुलिस को यह सफलता उस समय हाथ लगी जब तीन लोगों ने अपने घर में हुई गहने की चोरी की घटना को लेकर चोर का पीछा किया. महज एक घंटे में ही तीन लोगों ने चोर को पकड़कर अपने गहने वापस ले लिया।
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार चक्रधरपुर थाना क्षेत्र के रिटायर्ड कॉलोनी निवासी छायाकार जितेंद्र के घर पर साधु के भेष में तीन ठग घुस गए। जिस वक्त साधु घर में घुसे उस वक्त जितेन्द्र घर पर नहीं थे। पहले तो दोनों ने जीतेन्द्र की पत्नी से पानी मांगकर पिया फिर उसके बाद अपनी बातों में फंसाकर ठग ने जितेन्द्र की पत्नी से कहा की वह सोने गहने साफ़ कर चमका देता है। जितेंद्र की पत्नी ठग की बातों में आ गयी और अपनी बेटी की कान के सोने के झुमके उसे साफ करने के लिए दे दी। इस दौरान जीतेन्द्र की पत्नी को आंखों पर धुल झोंकते हुए ठग ने सोने के गहने अपनी गठरी में छिपा दी और उसकी जगह दो नकली रुद्राक्ष को एक साड़ी में कई गांठ बांधकर दे दिया और मंतर मारते हुए कहा कि वह उनके जाने के बाद गहने निकाल ले।
इस बीच उनका जीतेन्द्र का भाई धर्मेन्द्र भी मौके पर पहुँच चूका था. धर्मेन्द्र को लगा पूजा पाठ चल रहा है। धर्मेन्द्र को देख ठग मौके से तुरंत भाग गए। धर्मेन्द्र की भाभी ने बताया की साधु ने साड़ी में गांठ बांधकर गहने रखे हैं खोल दीजिये. यह सुनकर धर्मेन्द्र चौंका गया। वह समझ गया की साधु के भेष में ठगी का शिकार वे बन गए हैं। साड़ी की गांठ खोली तो उसमें कान के झुमके नहीं थे। इसके बाद धर्मेन्द्र ने साधु का पीछा किया और अपने भाई जीतेन्द्र को भी घटना की जानकारी दी।
बाद में राजा प्रसाद, धर्मेन्द्र और जीतेन्द्र ने मिलकर सोने के झुमके लेकर फरार नकली साधु की तलाश में लग गए। लोगों से पूछताछ करते हुए धर्मेन्द्र, जीतेन्द्र और राजा प्रसाद चक्रधरपुर सोनुआ सड़क मार्ग के बूढ़ीगोड़ा गांव पहुंचे। जहां बड़ी संख्या में बंजारे ठहरे हुए थे। वहीं किनारे एक हडियां भट्टी में नकली साधु हडियां पी रहे थे। धर्मेन्द्र ने जब नकली साधु को पकड़कर पूछताछ करना चाहा तो वह भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन जब तीनो ने मिलकर दो नकली साधु ठग चोर को दबोचा और गांव वाले भी उनके साथ आ गए।
तो नकली साधु ने अपनी गलती मानते हुए सोने के झुमके लौटा दिए। इधर घटना की सूचना के बाद मौके पर पुलिस भी पहुंच गयी। पुलिस ने दोनों नकली साधु को गिरफ्तार किया और थाना ले गए। वहीं बूढ़ीगोड़ा मैदान में तम्बू गाड़कर रह रहे थे लोगों ने ठगी और चोरी का शिकार बना रहे थे। तीन लोगों का मेहनत लाया रंग, 1 घंटे में दो चोर गिरफ्तार दो भाई जितेन्द्र, धर्मेन्द्र और पूर्व वार्ड पार्षद राजा प्रसाद ने तत्परता दिखाई जिसके कारण साधु के भेष में घूम रहे ठग और चोर का पर्दाफाश हो गया।
मालूम रहे की चक्रधरपुर में पिछले कुछ दिनों से चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं। चोर मकान से लेकर दुकान और बाजार तक सेंधमारी कर चोरी की घटना को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन पुलिस के हाथ खाली है। पुलिस एक भी चोर को नहीं पकड़ पाई है। तीन लोगों ने तत्परता दिखाते हुए चोर को पकड़ा भी और अपने चोरी के सामान को बरामद भी कर लिया। इधर पुलिस दोनों चौर को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है, ताकि हाल के दिनों में हुए चोरी की अन्य घटनाओं का भी पर्दाफाश हो सके। साथ ही बूढ़ीगोड़ा मैदान से सभी बंजारों को तम्बू हटाकर वापस अपनी जगह लौटने को भी कह दिया गया है। बंजारे अपनी तम्बू उखाड़कर लौट रहे हैं।
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