Guwa (Sandeep Gupta) । सारंडा जंगल के अति नक्सल प्रभावित गांव घाटकुरी में मागे पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान घाटकुरी गांव के दिउरी शिवा चाम्पिया व उनके सहयोगियों द्रारा विशेष रूप से सरना के देशाउली में पूजा अर्चना की। साथ ही लाल, काले व भूरे रंग के मुर्गा और मुर्गियों की बलि देकर अपने इष्ट देवता सिंहबोंगा से अपने अपने घरों की सुख समृद्धि व शांति की कामना की। साथ ही लोगों को विभिन्न छूत बीमारी और अन्य बीमारी से बचाने को लेकर कामना की गई।
इस अवसर पर हो आदिवासी समुदाय के लोगों ने नये नये परिधानों में मांदर व नागडे की थाप पर नृत्य किया। सबसे ज्यादा उत्साह बच्चो में देखा गया। दूर दूर गांव से आए मेहमानों ने मागे पर्व में शामिल हुआ। जिसमें चाईबासा, जोजोगुटु,गुवा,नुईया,ठाकुरा,नोवामुंडी सहित अन्य गांव के ग्रामीण शामिल हुए। इस मौके पर मुंडा बिरसा चाम्पिया, सारंडा पीढ़ मानकी सुरेश चाम्पिया, पंचायत समिति सदस्य रामेश्वर चाम्पिया,भोंज चाम्पिया, उकरम चाम्पिया, कांटे चाम्पिया,रोटो चाम्पिया,अर्बन चाम्पिया,गुलियान चाम्पिया, सहित अन्य गांव के ग्रामीण पुरुष एवं महिलाएं मौजूद थे।
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