- पूर्व जत्थेदार को श्री अकाल तख्त साहिब में पेश होने का आदेश
- पेश होने तक धार्मिक गतिविधि में शामिल नहीं हो सकते
Upgrade Jharkhand News। गुरु गोविंद सिंह जी की जन्मस्थली तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह को सिखों के शीर्ष धार्मिक पीठ तख्त श्री अकाल तख्त साहिब ने अपने एक आदेश में धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। मंगलवार को श्री अकाल तख्त साहिब में कार्यकारी जत्थेदार कुलदीप सिंह सहित पांच सिंह साहिबानों ने बैठक कर संयुक्त हस्ताक्षर से आदेश जारी किया। इसके साथ ही उन्हें पुनः तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के जत्थेदार पद पर बहाल करने की कोशिश में लगे उपाध्यक्ष गुरविंदर सिंह गुट को गहरा झटका लगा है। गुरविंदर सिंह के साथ ही गुरमीत सिंह हरपाल सिंह, राजा सिंह एवं एचएस ढिल्लन ने संयुक्त रूप से महासचिव सरदार इंद्रजीत सिंह को लिखित तौर पर पत्र देकर बैठक बुलाने की मांग की थी और इसकी प्रति उन्होंने अध्यक्ष जगजोत सिंह सोही, कस्टोडियन जिला एवं सत्र न्यायाधीश पटना को भेजी।
इन पांचों ने हाइ कोर्ट के मिस्क केस संख्या 36/2019 में 15.09.2021 के आदेश का हवाला देते हुए बहाली पर बल दिया है। वही ज्ञानी इकबाल सिंह ने भी कमेटी को लिखित आवेदन में हाई कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए खुद को तंदुरुस्त बताया एवं बहाल करने का निवेदन किया। ज्ञानी इकबाल सिंह के अनुसार दो किस्त में उन्हें 31 लाख रुपए मिले थे परंतु वह अभी भी सेवा करने में समर्थ हैं।
इधर पटना काली स्थान निवासी मनमीत सिंह ने कमेटी के अध्यक्ष जगजोत सिंह, महासचिव इंद्रजीत सिंह, पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह के साथ ही तख्त श्री अकाल साहब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह को पत्र लिख गुहार लगाई कि ज्ञानी इकबाल सिंह के बेटे ने एटीएम के माध्यम से तकरीबन ढाई लाख रुपए, 40 लाख रुपए कीमत का 10 चक्का ट्रक और मुथूट फाइनेंस में 90 ग्राम सोना गिरवी रखने से मिले पांच लाख रुपए ले लिए हैं। इसे वापस दिलाया जाए।
इधर मंगलवार को श्री अकाल तख्त साहब में पांच सिंह साहिबान की बैठक में कहां गया कि 15 जुलाई 2024 को ज्ञानी इकबाल सिंह को तनख्वाह लगाई थी और वह पेश भी हुए थे। लेकिन अब उन पर गंभीर आरोप लगे हैं और ऐसे में वह किसी भी धार्मिक गतिविधि में शामिल तब तक नहीं हो सकते हैं जब तक श्री अकाल तख्त साहिब में पेश होकर अपना पक्ष नहीं रखते हैं। कौमी सिख मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने श्री अकाल तख्त साहिब के फैसले का स्वागत करते हुए सभी सिखों से इस पर पहरा देने की अपील की है। वही कुलविंदर सिंह के अनुसार जब तक पटना साहिब प्रबंधन कमेटी का नए सिरे से चुनाव नहीं हो जाता, इस तरह का खेल एवं टकराव कौम एवं पंथ को शर्मशार करता रहेगा।
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