Jamshedpur (Nagendra) । केंद्र की भाजपानीत मोदी सरकार ने विगत 11 सालों में गरीबों और आदिवासियों का हक़ और मुंह का निवाला छीनने का कार्य किया है, साथ ही महज़ चंद औद्योगिक घरानों को लाभ पहुंचाने हेतु समर्पित होकर कार्य किया है। उक्त बातें सरायकेला-खरसावां झारखण्ड मुक्ति मोर्चा जिलाध्यक्ष डॉ शुभेंद महतो ने कही है। डॉ शुभेन्दु महतो ने कहा कि केंद्र में जबसे भाजपा की सरकार आई है निचले तबके के लोगों का जीवनयापन दूभर हो गया है। महंगाई अपने चरम पर है. केंद्र सरकार की सारी नीतियां केवल अडाणी और अंबानी जैसे कुछ गिने-चुने पूंजीपतियों को फ़ायदा पहुंचाने के उद्देश्य से बनी हैं।
विगत 11 सालों में न केवल युवाओं से सरकारी नौकरियां और रोज़गार के अवसर छीने गए हैं, बल्कि सांप्रदायिक फैसलों से सामाजिक समरसता भी बिगाड़ने का काम किया गया है। भाजपा ने देश की सामाजिक सद्भाव के ढांचे को अस्त-व्यस्त कर दिया है। इसके अलावा तमाम सरकारी संस्थाओं को सुनियोजित तरीके से बेचने का काम किया है। सिर्फ यही नहीं, झारखण्ड में मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में जिस प्रकार आदिवासियों और मूलवासियों को कुचला गया है यह किसी से छिपा नहीं है। रघुवर दास ने बतौर मुख्यमंत्री बाहरी लोगों के फलने-फूलने के लिए राज्य में एक एक साज़िश के तहत ग्राउंड तैयार कर रहे थे, यहां तक कि यहां के मूल रैयतों की जमीन तक छीनने की कोशिश की गई. यही वजह है कि जनता ने यहां भाजपा का सूपड़ा साफ़ कर दिया।
अब गद्दी से उतरने के बाद भाजपा अब जनता को बरगलाने में लगी हुई है, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं होगा। झारखण्ड मुक्ति मोर्चा न केवल यहां के गरीब आदिवासियों और मूलवासियों को उनका हक और सम्मान दिला रही है, बल्कि दिकूओं के आगमन को भी रोक रखी है। यही कारण है कि रघुवर दास समेत तमाम भाजपाईयों का पेट ख़राब हुआ पड़ा है। भाजपा को चाहिए कि केंद्र ने झारखण्ड का जो तकरीबन सवा लाख करोड़ रुपए हड़प रखे हैं वो सम्मान झारखण्ड को लौटाकर कुछ हद तक अपने पाप धोने का प्रयास करें। अन्यथा आने वाले समय में यहां से भाजपा का सुफरा साफ होकर रहेगा।
No comments:
Post a Comment