Jamshedpur (Nagendra) । 26 मई 2025 – एक सुरक्षित, समावेशी और सम्मानजनक कार्यस्थल वातावरण को बढ़ावा देने के अपने सतत प्रयासों के तहत, मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज (MTMC) के आउटरीच विभाग ने 26 मई 2025 को एक व्यापक POSH (कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम) प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में कॉलेज के 300 से अधिक शिक्षण एवं गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य था महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम, 2013 के प्रति कर्मचारियों को संवेदनशील बनाना और उन्हें ऐसे मामलों से निपटने हेतु संस्थागत तंत्र के बारे में जानकारी देना।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता सुश्री बरनाली चक्रवर्ती (विशेषज्ञ, युवा शक्ति फाउंडेशन) थीं, जिन्होंने संवादात्मक शैली में प्रतिभागियों को अधिनियम के कानूनी प्रावधानों, वास्तविक जीवन के केस स्टडीज़, और एक लिंग-संवेदनशील कार्यस्थल की आवश्यकता के बारे में बताया। उन्होंने आंतरिक शिकायत समिति (ICC) की भूमिका, प्रक्रिया और दायित्वों को भी विस्तार से समझाया। एक अन्य सत्र में सुश्री पद्मा कुमारी (पद्म शक्ति फाउंडेशन) ने लैंगिक वकालत और समुदाय-आधारित हस्तक्षेपों पर प्रकाश डाला। उन्होंने उत्पीड़न को रोकने के लिए जागरूकता, सहानुभूति और संस्थागत जवाबदेही की महत्ता पर जोर दिया। उनके सत्र में सम्मान की संस्कृति निर्माण, दर्शक हस्तक्षेप को बढ़ावा देने, और अनुचित व्यवहार की पहचान व प्रतिक्रिया की व्यावहारिक रणनीतियाँ शामिल थीं।
कार्यक्रम में यह स्पष्ट रूप से रेखांकित किया गया कि POSH प्रशिक्षण न केवल एक वैधानिक आवश्यकता है, बल्कि यह एक जागरूक और सशक्त कार्यबल के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। MTMC इस तरह की पहलों के माध्यम से कार्यस्थल पर गरिमा, समानता और नैतिक आचरण बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
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